मुम्बई : विज्ञापनों पर रिसर्च करने वाली एजेंसी 'पिच मैडिसन एडवरटाइजिंग रिपोर्ट-2016 ने टेलीविज़न विज्ञापनों में जोरदार गिरावट आने की बात कही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2016 के पहले 6 महीनों में टीवी विज्ञापनों की ग्रोथ में उम्मीद से विपरीत जोरदार गिरावट आयी है। इस साल के पहले 6 महीनों में टीवी विज्ञापनों की ग्रोथ मात्र 11 प्रतिशत रही। फ़रवरी में एजेंसी ने टीवी विज्ञापनों की ग्रोथ में 20 फीसदी का अनुमान लगाया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्य मीडिया सेक्टर में भी विज्ञापनों की ग्रोथ में भारी कमी आयी है।
पिच मैडिसन एडवरटाइजिंग रिपोर्ट-2016 की माने तो जब इसी साल फ़रवरी में उसने अपनी रिपोर्ट जारी की थी तो उस वक़्त टीवी विज्ञापनों की ग्रोथ में 20 प्रतिशत की उम्मीद थी। एजेंसी मैडिसन ने यह भी कहा है कि पूरे मीडिया में विज्ञापनों पर लगने वाले पैसे में गिरावट 16.8 से 13.2 फीसदी आयी है। पहले 6 महीनों में मीडिया में विज्ञापनों की ग्रोथ 12.9 प्रतिशत रही। मैडिसन की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रिंट मीडिया के विज्ञापन ग्रोथ में उसे 10 फीसदी की उम्मीद थी लेकिन पहले 6 महीनों में यह 9 फीसदी रही।
डिजिटल मीडिया विज्ञापनों में जोरदार इजाफा
मेडिशन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डिजिटल मीडिया में विज्ञापनों की ग्रोथ बेहद तेजी से बढ़ी है। मैडिसन का मानना है कि उन्होंने डिजिटल मीडिया की ग्रोथ की उम्मीद 30 फीसदी की उम्मीद की थी लेकिन यह इस साल के पहले 6 महीनों में 37 प्रतिशत तक पहुँच गई। इससे साफ़ संकेत मिलता है कि विज्ञापनों में खर्च होने वाला पैसा कैसे डिजिटल की और शिफ्ट हो रहा है। एजेंसी का अनुमान है कि TV विज्ञापनों की ग्रोथ में आयी इस गिरावट के पीछे ई-कॉमर्स की कम भागीदारी जिम्मेदार है।