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पहली मुलाकात

23 फरवरी 2022

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" अवनी ! अवनी ! रुक ! मेरी बात सुन तो ले ! " रेखा ने पलटकर जाती हुई अवनी के पीछे जाते हुए जिद भरे स्वर में कहा।

" मुझे नहीं सुननी तेरी ये फालतू की बात। " अवनी ने चलते हुए बिना मुड़े जवाब दिया।

रेखा अवनी की पक्की सहेली थी। वो भी सुंदर और अवनी जैसी ही खुले विचारों वाली थी लेकिन अवनी उससे कहीं ज्यादा खूबसूरत थी। दोनों हमेशा साथ ही रहते थे। रेखा भी अवनी की ही क्लास में थी। दोनों कॉलेज के फर्स्ट इयर में थे। रेखा ने अवनी से बताया था कि एक लड़का उसका पीछा कर रहा था बहुत दिनों से और अवनी से बात करना चाहता था।

कॉलेज ज्वाइन करने के लगभग एक माह बाद अवनी ने भी नोटिस किया था कि एक लड़का उसको हर जगह फॉलो करता था लेकिन उसने इसे सिर्फ संयोग मानकर नजरअंदाज कर दिया था।

अभी रेखा के बताने पर उसे एहसास हुआ कि वो संयोग नहीं था। रेखा उस लड़के को पहले से जानती थी इसी बात से अवनी अपसेट हो गई थी।

रेखा लगभग दौड़कर अवनी के पास पहुंची और उसके सामने खड़ी हो गई।

" रुक ! और मेरी बात ध्यान से सुन ! " रेखा ने अधिकारपूर्ण स्वर में कहा।

अवनी रुक गई और बोली,

" हां बोल ? "

" देख ! मैं मानती हूं कि मैं उसको जानती हूं। उसका नाम विजय है। वो तुझे पसंद करता है। " रेखा ने कहा।

" करने दो ! मैं तो नहीं करती ना। " अवनी ने रूखा सा जवाब दिया।

" सुन ! लड़का तो अच्छा है। अगर मुझे लाइन मारे तो मैं एक पल में हां कर दूं। " रेखा ने आंखें चमकाकर कहा।

अवनी को रेखा की बात अजीब लगी क्योंकि उसका पहले से ही एक बॉयफ्रेंड था।

" फिर तेरे उस बॉयफ्रेंड कमल का क्या होगा ? " अवनी ने व्यंग्य करते हुए कहा।

" ब्रेक अप कर लूंगी कमल से। विजय प्रपोज तो करे। " रेखा ने हंसकर कहा।

" फिर मैं बोल दूं तेरे उस विजय को कि तेरे को प्रपोज कर दे ? मेरा तो पीछा छोड़ेगा कम से कम। " अवनी ने रेखा को पलटकर जवाब दिया।

" नहीं तू तो रहने ही दे ! मुझे जब बोलना होगा तो मैं ही बोल दूंगी उसको ! खड़ूस कहीं की। इतना अच्छा लड़का लाइन मार रहा है लेकिन मैडम का एट्टीट्यूड ही कम नहीं हो रहा। " रेखा ने चिढ़कर कहा।

" हां मैं एट्टीट्यूड क्वीन हूं। " अवनी ने रानी महारानी की तरह सिर ऊंचा करके बड़ी स्टाइल में जवाब दिया फिर खिलखिलाकर हंसते हुए क्लास रूम की तरफ़ दौड़ लगा दी।

दूसरे दिन अवनी कॉलेज के ग्राउंड में खड़ी बॉलीबॉल का गेम देख रही थी तो उसने देखा कि वो विजय दोस्तों के साथ बैठा था और उसी को एकटक देख रहा था।

कुछ देर में अवनी असहज महसूस करने लगी और वहां से केंटीन की तरफ़ चल पड़ी क्योंकि उसे लंच करना था।

अवनी जब प्रिया के साथ लंच कर रही थी तो प्रिया ने बताया कि एक लड़का उसे लगातार देख रहा था जो उसकी बायीं तरफ़ बैठा था।

अवनी ने घूमकर देखा तो वो विजय ही था जो उसका पीछा करते हुए केंटीन भी आ गया था।

अवनी से आंखें मिलने पर विजय ने मुस्कुरा दिया।

" कमीना ! " अवनी के मुंह से निकला और फिर उसने अपनी नज़रें उस पर से हटा लीं।

अवनी जितनी देर केंटीन में बैठी थी उतनी ही देर विजय भी वहां बैठा रहा।

अगले दिन अवनी जब कॉलेज के थियेटर में सोशल गैदरिंग की तैयारियों के पहुंची तो देखा कि विजय वहां पहले से मौजूद था।

दोनों की नज़रें मिलीं।

" ये तो हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ गया यार। क्लास वगैरह अटेंड नहीं करता क्या ? " अवनी ने सोचा।

अवनी जब तक थियेटर में अपने गाने की प्रेक्टिस करती रही विजय भी वहीं उपस्थित था।

उसके बाद करीब एक हफ़्ते विजय उसे कॉलेज में नहीं दिखा। अवनी की आंखें न चाहते हुए भी उसे खोजने लगीं। जो विजय हर वक्त उसके आसपास रहता था और जिसे वो इग्नोर करती थी वही विजय न दिखने पर अवनी को किसी अजीब सी कमी का एहसास हो रहा था।

विजय की एक खासियत तो थी कि उसका लगातार पीछा करने के बावजूद उसने कभी कोई अनुचित हरकत नहीं की थी।

वो बस दूर से अवनी को देखता था। कभी भी अवनी से जबरदस्ती बात करने की भी कोशिश नहीं की थी।

शायद इसीलिए अवनी उसके न दिखने पर उसकी कमी महसूस कर रही थी।

" कहीं बीमार तो नहीं पड़ गया ? या कॉलेज तो नहीं छोड़ दिया ? कहां गायब हो गया ? " अवनी सोचने लगी।

उसके कॉलेज छोड़ने के ख्याल मात्र से अवनी को बेचैनी होने लगी।

करीब एक हफ्ते बाद शाम को अवनी जब अपने घर की बालकनी में खड़ी थी तब उसकी नज़र सामने गली में बाइक पर बैठे एक लड़के पर पड़ी।

वो विजय ही था और उसी की तरफ़ देख रहा था।

विजय को देखकर अवनी ने अजीब से सुकून का अनुभव किया।

विजय अवनी को देखकर मुस्कुराया। अवनी उसकी तरफ़ पीठ करके मुस्कुराई और बालकनी से घर के अंदर आ गई।

**** क्या अवनी के दिल में भी विजय के लिए लगाव पैदा होने लगा था ? आगे क्या हुआ जानेंगे अगले भाग में ****
गीता भदौरिया

गीता भदौरिया

बहुत ही रोचक कहानी लग रही है। शुभकामनाएं💐💐💐

23 फरवरी 2022

शिव खरे "रवि"

शिव खरे "रवि"

23 फरवरी 2022

आपका बहुत बहुत आभार गीता जी। आप जैसे गुणी लेखिका का उत्साहवर्धन मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

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रचनाएँ
अनु-विजय - इश्क़ बाकी है
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दिल की जीत

6 मार्च 2022
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