नई दिल्ली: अगर भारत के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी चाहिए तो पाकिस्तान के अधिकारियों की बाते सुन लिजिए। पाक के एक शीर्ष अधिकारी ने दावा किया कि भारत परमाणु पनडुब्बी विकसित कर रहा है और दिन ब दिन अपना परमाणु जखीरा तैयार कर रहा है जिसके चलते इस्लामाबाद अपनी रक्षा के लिए उपाय करने को मजबूर है। विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (संरा एवं आर्थिक सहयोग) तसनीम असलम ने यह आरोप भी लगाया है कि भारत नियंत्रण रेखा पर बगैर उकसावे के गोलीबारी कर रहा है और साथ ही गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहा है।
उन्होंने यहां एक सेमिनार में कहा, ‘‘भारत परमाणु पनडुब्बी विकसित कर रहा है और वह नियंत्रण रेखा एवं कामकाजी सीमा पर बगैर उकसावे के गोलीबारी कर रहा है। इन परिस्थितियों में पाकिस्तान के पास खुद को रक्षा के लिए तैयार रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’’ असलम ने कहा कि भारत दिन ब दिन अपने परमाणु जखीरे को बना रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान न्यूनतम प्रतिरोध क्षमता बनाये रखे हुए है लेकिन वह क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए काम करने को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘हम लंबित मुद्दों के हल के लिए भारत के साथ वार्ता करने को तैयार हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि भारतीय नेतृत्व के गैर जिम्मेदाराना बयानों से क्षेत्रीय शांति को खतरा पैदा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता दी गई तो क्षेत्र का शक्ति संतुलन भी बिगड़ जाएगा। उन्होंने दावा किया कि भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के लिए सरकार इतर तत्वों का समर्थन करने का आरोप लगाया है लेकिन भारत खुद आतंकी गतिविधियों में लिप्त है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद में भारत की संलिप्तता का पाकिस्तान के पास सबूत हैं।
असलम ने कहा कि पाकिस्तान की हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भागीदारी अफगान शांति एवं स्थिरता की दिशा में इसकी गंभीरता का परिचायक है। उन्होंने दावा किया, ‘‘सम्मेलन में शरीक होने के हमारे फैसले ने हार्ट ऑफ एशिया प्रक्रिया को हाईजैक करने की भारत की कोशिश को भी नाकाम कर दिया।’’