नई दिल्ली : लाख कवायद के बावजूद पॉलीथिन के उपयोग पर रोक नहीं लगा सका .इसका परिणाम यह हुआ कि नालों व नालियों में फंसने के कारण न सिर्फ जल निकासी बादित हो रही बल्कि कूड़े ढ़ेर पर पड़े पॉलीथिन आवारा पशुओं का निवाला बन रहे है. कुदरत के लिए भी पॉलीथिन खतरनाक साबीत हो रहा है.
इस पर उच्च न्यालय ने इस पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि कुछ दिनों तक हो हल्ला करने के बाद प्रशासन मौनी बाबा बन गया. लेकिन कुछ दिनों के बाद पुन पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से शुरु हो गया. इसके चलते नालियां समेत तमाम नाला जाम हो रहे है. वही जल निकासी व्यवस्था ध्वस्थ हो गई है. इसी तरह कूड़ों के ढेर पर पड़े पॉलीथिन आवारा पशुओं की खुराक बन रहे हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है.