स्वर्गीय सरदार बल्लभ भाई पटेल ( 15 दिसम्बर 1950 ,पुण्यतिथि)डॉ शोभा भारद्वाज महान राजनीतिज्ञ एवं कूटनीतिज्ञ स्वर्गीय सरदारवल्लभ भाई पटेल भारत के उप प्रधान मंत्री एवं गृह मंत्री ने 15 दिसम्बर1950 को दिल कादौरा पड़ने से संसार को अलविदा कह दिया उनकी मृत्यू देश के लिए बहुत बड़ी क्षति थी . सरदार साहब को लौ
अबतक हिंदी न्यूज़/प्रयागराजअपना दल( एस) के राष्टीय अध्यक्ष श्री मती अनुप्रिया पटेल जी के आदेशानुसार ,कार्यकारिणी सदस्य मा राजेश पटेल (बुलबुल)जी सभी कार्यकता व पदा अधिकारीयो को अवगत किया कि यश:कायी बोधिसत्व डॉ. सोनेलाल पटेल जी की जयंती 2 जुलाई को है। लाकडाउन के इस दौर में इसे कुछ नए ढंग से मनाने का प
बात जब भी बॉलीवुड एक्ट्रेस की हो, तो ये माना जाता है कि अगर कोई बेहद खूबसूरत है तोउसके लिए फिल्म में चांस मिलनाकाफी आसान हो जाता है,ख़ासकर किसी हीरोइन केलिए, जाहिर सी बात है दर्शक भी एक खूबसूरतचेहरे को देखने के लिए बेताब रहते है। मधुबाला, श्रीदेवी, हेमामालिनी, ऐश्वर्या ज
31 अक्टूबर, 2018. ये तारीख इतिहास में दर्ज हो गई. वजह है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी. देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया. इस मूर्ति को लेकर लोगों की अलग-अलग राय सामने आई. लेकिन एक वि
देश के पहले राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के भीतर भले ही उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद और राजगोपालाचारी हो, लेकिन असल में यह पटेल और नेहरू के बीच की अदावत का नतीजा था. आज़ादी के बाद पटेल भी प्रधानमंत्री पद के मज़बूत दावेदार थे. नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के बाद पटेल ने संगठन पर
देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल की मूर्ति का उद्घाटन होते ही ये दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति बन गई. ये देश के लिए गौरव की बात है और इससे जुड़ी बड़ी सारी जानकारियां सामने आ रही हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके रख रखाव पर कितना खर्च आने वाला है और ये पैसे कहां से आएंगे? आ
लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री थे. आज़ादी से पहले और आज़ादी के बाद देश के लिए अहम योगदान देने वाले लौहपुरुष पटेल की 143वीं जयंती के मौक़े पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. ज
गुजरात में बनी सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा है। इस प्रतिमा के आसपास के क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित किया जा रहा है। आखिर जानते हैं इस प्रतिमा को देखने के लिए आम आदमी को कितने रुपए चुकाने होंगे?मूर्ति में दो लिफ्ट लगी हैं, जो इसी में सरदार पटेल के सीने तक जाती हैं
देश के पहले गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में बनाई गई दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी' का आज अनावरण होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। सरदार सरोवर डैम से करीब 3 किमी की दूरी पर खड़ी सरदार पटेल की प्रतिमा नोएडा के दिल के बेहद करीब है।
भारत के आयरन मैन कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में गुजरात में 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' का निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नर्मदा जिले में आज इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इस मूर्ति की कई ऐसी खासियत है, जिसे दुनिया में पहले कभी नहीं देखा गया। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसक
15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो उससे कुछ महीनों पहले दुनिया की सर्वाधिक प्रतिष्ठित मैग्जीन्स में से एक टाइम मैग्जीन के कवर पर एक भारतीय नेता छा गया। जनवरी 1947 में कवर पेज पर इस नेता को लेकर टाइम ने टाइटल लगाया 'द बॉस'। वह नेता थे आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री, पहले गृहमंत्री, देश के सर्वाध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार सरोवर बांध पर बनी भारत के 'लौह पुरुष' सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे तो भारत एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लेगा। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बन जाएगी। बनावट की खूबियों के कारण यह स्टेच्यू इंजीनियरिंग की एक मिसाल बन गई है।गुजरात के अहमदा