15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो उससे कुछ महीनों पहले दुनिया की सर्वाधिक प्रतिष्ठित मैग्जीन्स में से एक टाइम मैग्जीन के कवर पर एक भारतीय नेता छा गया। जनवरी 1947 में कवर पेज पर इस नेता को लेकर टाइम ने टाइटल लगाया 'द बॉस'। वह नेता थे आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री, पहले गृहमंत्री, देश के सर्वाधिक कद्दावर नेताओं में से एक और महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल। भारत की 562 देसी रियासतों को एकसूत्र में पिरो कर आजाद भारत की नई तस्वीर बनाने वाले सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी का अनावरण आज पीएम मोदी करने जा रहे हैं।
भारत के 'बिस्मार्क' और लौह पुरुष के नाम से विख्यात सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। 182 मीटर की यह प्रतिमा अमेरिका की मशहूर स्टैचू ऑफ लिबर्टी से करीब दोगुनी ऊंची है। साधु बेट टापू पर इस प्रतिमा को बनाने में 2979 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। ब्रोन्ज, स्टील जैसी तमाम चीजों से मिलाकर बनी यह प्रतिमा शूलपनेश्वर वन्यजीव अभयारण्य की विंध्य और सतपुड़ा की पहाड़ियों के सामने बनी है। 31 अक्टूबर को सरदार पटेल और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का जन्मदिन होता है। एक तरफ पीएम मोदी सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा का अनावरण कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपीके 2019 लोकसभा चुनावों का कैंपेन भी शुरू हो रहा है।