नई दिल्ली: हरियाणा के रोहतक जिले को खुले में शौचमुक्त करने के लिए बनाई गई कमेटी में मतभेद सामने आने लगे हैं। चेयरमैन बलराज कुंडू गुरुवार को बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों के ना पहुंचने पर भड़क गए। कुंडू ने यहां तक कह दिया कि अधिकारी गांवों में जाते हैं और फोटो खिंचवाकर जाते हैं। कोई गांव खुले में शौचमुक्त यानी ओडीएफ नहीं हुआ।
बैठक का कर देंगे बहिष्कार
चेयरमैन बलराज कुंडू ने साफ चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि भविष्य में हुई बैठक में सभी विभागों के अधिकारी नहीं आए तो वे बैठक का बहिष्कार कर देंगे। इस बात पर एडीसी प्रदीप कुमार ने बैठक में बताया कि मंत्री के खुले दरबार के चलते कुछ अधिकारी नहीं सके हैं, आगे से इसके लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
फोटो खिंचवा रहे हैं अधिकारी
चेयरमैन बलराज कुंडू ने ओडीएफ अभियान को लेकर सवाल किया तो माहौल अचानक गरमा गया और एडीसी बलराज कुंडू के बीच तीखी बहस हुई। साथ ही एडीसी ने कहा कि वे हर तरह की रिपोर्ट देने को तैयार हैं। जिला परिषद चेयरमैन बलराज कुंडू ने इस दौरान जबाव दिया कि अभी तक तो कोई भी गांव ओडीएफ नहीं हो पाया है और ही शौचालय बनवाए जा रहे हैं, जबकि लगातार तीन महीने से बस फोटो खिंचवाने तक ही अभियान को सीमित कर दिया गया है। इसमें जिला परिषद सदस्यों तक का कोई सहयोग नहीं लिया जा रहा है। रिपोर्ट मांगते हुए कहा गया कि इसकी फिलहाल की स्थिति का पता चलना चाहिए ताकि क्या काम करना है इसका पता चल सके।
बिजली-पानी की समस्या नहीं हुई हल
बैठकमें बिजली और पानी की समस्या भी छाई रही। इस दौरान पार्षदों द्वारा अपने वार्डों से समस्याएं दर्ज करवाई। हालांकि विभाग से एक ही एक्सईएन आने के चलते समस्याओं को सुना भी आधा ही गया। अन्य समस्याओं को लिखित में अगली बैठक में लाने के लिए कहा गया। वहीं बलंभा में पानी की पाइप नहीं डाले जाने, लाढ़ौत में पानी की डिग्गी की सफाई होने, पार्षद राजीत द्वारा नहरी पानी की समस्या, पशु अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति, रोड बनवाने की समस्याएं बताई। वहीं करौंथा से पार्षद दिनेश ने शेड बनाए जाने, पार्षद सतीश भालौठ ने जलभराव की समस्या के बारे में बताया। जिला परिषद में लेख ाकार, चालक चपरासी के पद को भरने, तीन करोड़ के ग्रांट के आवंटन बारे, जिला परिषद भवन के रखरखाव के खर्च बिजली-पानी के बिलों के भुगतान करने बारे एजेंडे पर चर्चा की गई।