
दिल्ली : 39 दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों ने आज जंतर-मंतर पर मूत्र पीकर सरकार का विरोध जताया और सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वो अपना ही मल खाने और मूत्र पीने पर मजबूर हो जाएंगे.
गौरतलब है कि पिछले दिनों इन किसानों ने नग्न होकर प्रदर्शन किया था. कई इंसानी खोपड़ी लेकर जंतर मंतर पर बैठे इन किसानों का कहना है कि ये उन किसानों की खोपड़ी है जिन्होंने लाचारी में आत्महत्या की है. ये किसान जंतर मंतर पर चूहे और सांप को मुंह में लेकर बैठे हैं और उनका कहना है कि उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है.
प्रदर्शनकारी किसानों में से एक पी अयक्कानु ने कहा कि तमिलनाडु में हमें पीने का पानी नहीं मिलता है. पीएम मोदी हमारी प्यास को अनदेखा कर रहे हैं इसलिए हम अपनी ही पेशाब से अपनी प्यास बुझाने पर मजबूर हो रहे हैं.
पिछले एक महीने से ज्यादा अरसे में ये किसान नग्न प्रदर्शन से लेकर चूहे खाने और सांप को मुंह में रखने जैसे तरीके अपना चुके हैं. वो आत्महत्या कर चुके किसानों की खोपड़ियां भी साथ लेकर आए हैं. इरादा सिर्फ इतना है कि केंद्र सरकार उनकी समस्या का समाधान करे.
क्या चाहते हैं किसान?
तमिलनाडु के किसान केंद्र से कर्जमाफी और वित्तीय सहायता की मांग के साथ धरने पर बैठे हैं. सूखे के कारण उनकी फसल मारी गई है. इन किसानों की मांग है कि सरकार उनके लिए सूखा राहत पैकेज जारी करे.