रांची : पुलिस का काम जनता की रक्षा करना होता है, लेकिन इन दिनों झारखंड पुलिस रक्षक नहीं भक्षक बनी हुई हैं. रांची स्थित चुटिया इलाके में गुरुवार को देर रात हुए एक रोड एक्सीडेंट का सीसीटीवी फुजेज सामने आया हैं इस फुटेज में पुलिस का संवेदनहीन और डरावना चैहरा सामने आया हैं. एक्सीडेंट के बाद मौके पर पहुंची 1 नंबर वाली पीसीआए वैन के कर्मयों ने मानवता को ताक पर रख कर घायल को हॉस्पिटल नहीं पहुंचा, बल्कि उसे जीआरपी थाने की दीवार से सटाकर रख दिया और चलते बने . 7 घंटे बाद जीआरपी उसे पैरों तले डाल रिम्स ले आई.
घायल शंकर नायर के सामने से लोगो को भगाया..
शंकर नायर देर रात स्कूटर से रांची रेलवे स्टेशन कि ओर से आ रहे थे अचना उनका स्कूटर सामने डिवाइडर से टकराया, जिसकी वजह से वे गंभीर रुप से घायल हो गए . जिसकी वजह से वे गंभीर रूप से घायल हो गए . मौके पर 21 नंबर वाली पीसीआर आती है . वैन से नाइट अफसर ASI बलराम रविदास नींद में उतरते हैं. घायल शंकर नायर के सामने से लोगो को भगाते हैं. और बेहोश हो चुके शंकर को हॉस्पिटल पहुंचाने के बजाय सड़क के किनारे रख दिया. यह पूरी घटना स्टेशन के पास बिरसा फूड प्लाजा के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गयी
मदद के लिए दौड़कर पहुंचे लोग तो पुलिस ने भगाया
क्सीडेंट के बाद आसपास के लाेग, ऑटो चालक और दुकानदार दौड़ते हुए पहुंचे। घायल को उठाया, लेकिन पुलिस ने वहां से सबको भगा दिया। कहा, यहां भीड़ मत लगाओ . शंकर नायक रातभर घायल अवस्था में पड़े रहे। मुंह और नाक से खून गिरता रहा। गुरुवार सुबह सात बजे जीआरपी के एएसआई धीरेंद्र कुमार ड्यूटी पर पहुंचे तो उन्हें इसकी जानकारी मिली। उन्होंने रेलवे के डॉक्टर संजीव कुमार को बुलाया.
ऑटो में पैरों तले डाल दिया घायल को
प्राथमिक उपचार किया, लेकिन अस्पताल भेजने में अमानवीयता की हद पार कर दी। उन्हें उठाकर ऑटो में पैरों तले डाल दिया और रिम्स भेजा। शंकर की हालत अभी गंभीर है, पुलिस ने शुक्रवार को उनका बयान लेना चाहा, लेकिन वह बयान देने के हालत में नहीं थे , चुटिया के लोगों ने इस घटना के विरोध में थाने का भी घेराव किया. 24 घंटे के अंदर चुटिया इंस्पेक्टर बीके भारती ने दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.