नई दिल्लीः देश में पांच दशक के लंबे राजनीति क करियर में भाजपा के अतिवरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पहली बार इटली की राजधानी रोम यात्रा पर जा रहे हैं। वहां वेटिकन सिटी में ईसाइयों के सर्वोच्च धर्म गुरु पोप से मुलाकात करेंगे। यह उनकी व्यक्तिगत मुलाकात होगी। भारत से पहली बार किसी राजनेता को वेटिकन सिटी में पोप ने मिलने का समय दिया है। आमतौर पर पोप व्यक्तिगत रूप से या तो धर्माचार्यों से नहीं तो राष्ट्राध्यक्षों से ही मुलाकात करते हैं। आडवाणी की पोप फ्रांसिस से इस मुलाकात से निकलने वाले नतीजों पर लोगों की निगाह है। यहां बता दें कि इस यात्रा का रोम में मदर टेरेसा को संत उपाधि देने के लिए सितंबर में प्रस्तावित समारोह से कोई संबंध नहीं है।
आडवाणी को यात्रा देगी ऊर्जा
आडवाणी को हिंदू आंदोलन का चेहरा माना जाता है। देश में 1951 से भारतीय जनसंघ से जुड़कर राजनीति शुरू करने वाले आडवाणी की बदौलत भाजपा पहली बार केंद्र में सरकार बना पाई। 2009 में इनके नेतृत्व में ही भाजपा ने चुनाव लड़ा। पीएम इन वेटिंग भी रहे। हार के कारण प्रधानमंत्री नहीं बन सके। 2014 में मोदी की अगुवाई में भाजपा ने लोकसभा चुनाव लड़ा तो बहुमत से जीत हुई। कहा जाता है कि संबंधों में कुछ दरार होने के कारण सरकार बनने के बाद से आडवाणी पार्टी की राजनीति में हाशिये पर चले गए। बीच में बीमारी से अर्धांगिनी कमला आडवाणी को भी खो दिया। इन सब के चलते आडवाणी अब खुद को अक्सर आवास की चहारदीवारी तक कैद कर रखते हैं। कभी-कभार ही सार्वजनिक मंच पर नजर आने वाले आडवाणी को यूरोप की इस यात्रा से ऊर्जा मिलेगी। ऐसा करीबियों को उम्मीद है। आडवाणी के साथ उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी और निजी सचिव दीपक दीपक चोपणा भी यात्रा पर जा रहे हैं।
वैश्विक शांति, आतंकवाद पर हो सकती है चर्चा
लालकृष्ण आडवाणी के करीबी बताते हैं कि पोप से आडवाणी सात सितंबर को वेटिकन सिटी में मुलाकात करेंगे। इस दौरान दुनिया में बढ़ते जेहादी आतंकवाद, वैश्विक शांति आदि मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। आडवाणी की इस यात्रा की तैयारी इटली में भारत के राजदूत कर रहे हैं। साथ ही भारत सरकार का विदेश मंत्रालय भी इसमें लगा है।
आडवाणी की यात्रा का प्रोग्राम
आडवाणी रविवार को ही यूरोप की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। क्रूजशिप से वे फ्रांस भी जाएंगे। सात अगस्त को उनकी फेस टू फेस वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात होगी। इस दौरान धर्म-अध्यात्म से लेकर दुनिया भर के सामने मंडरा रहीं चुनौतियों के बारे में चर्चा होगी।
क्या है वेटिकन सिटी
यह इटली के रोम शहर के अंदर स्थित है। मगर, इसे अलग देश का दर्जा मिला है। दुनिया का यह सबसे छोटा देश है, जिसका क्षेत्रफल महज 108.7 एकड़ है। रोमन कैथोलिक चर्च का यह केंद्र है। यहीं पर इसके सर्वोच्च धर्मगुरु पोप का निवास है। सन 1929 ई. में इटली ने रोमन कैथोलिक चर्च के साथ समझौता करके उसे संत मीटर के महामंदिर के आसपास तकरीबन 109 एकड़ की जमीन देकर उसे स्वतंत्र मान्यता दी गई। इस तरह से वेटिकन नामक स्वतंत्र राज्य की उत्पत्ति हुई।