पढ़िये मनोरंजक कहानियां/लेख और एक लघु उपन्यास
इस कविता में हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने ऊँचे कुल में जन्म लेने का घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि मनुष्य का वंश नहीं बल्कि उसके कर्म उसे संसार में प्रसिद्धि दिलाते हैं।
'सूरज का सातवाँ घोड़ा' धर्मवीर भारती जी का एक प्रयोगात्मक और मौलिक उपन्यास है। प्रयोगात्मक इसलिए क्योंकि इसके बहुत से गुण परम्परागत हिंदी उपन्यासों से अलग थे मसलन कहानी में कम पात्रों का होना, उपन्यास का बहुत विशाल न होना, किसी पात्र के विकास के लिए ब
''गरीबी में डॉक्टरी' के उपरान्त 'होंठों पर तैरती मुस्कान' मेरी कहानियों का दूसरा संग्रह है। संग्रह की कहानियाँ सीधे सरल शब्दों में सामाजिकता के ताने-बाने बुनकर मैंने पाठकों को कुछ न कुछ संदेश देने का प्रयास किया है। मेरे इस संग्रह की पहली शीर्षक कहान
आधुनिक हिन्दी साहित्य में भारतेन्दु जी का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। वे बहूमुखी प्रतिभा के स्वामी थे। कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास, निबंध आदि सभी क्षेत्रों में उनकी देन अपूर्व है। वे हिंदी में नव जागरण का संदेश लेकर अवतरित हुए। उन्होंने हिंदी के सर्
यह पुस्तक मेरे द्वारा लिखित कविताओं का एक संग्रह है । इसकी हर एक कविता किसी न किसी सामाजिक सच्चाई से रुबरु कराती है इसीलिए इस पुस्तक का नाम है " सच के राही " मैंने अपनी कलम से कडवे सच को लिखने का साहस किया है और इसमें आप सबके यथासम्भव सहयोग की उम्मीद
'भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है' निबंध के लेखक भारतेंदु हरिश्चंद हैं। ... उनका यह निबंध हरिश्चंद्र चंद्रिका के दिसंबर 1884 के अंक में प्रकाशित हुआ था। इस निबंध (nibandh) में लेखक ने कुरीतियों और अंधविश्वासों को त्यागकर शिक्षित होने, सहयोग एवं एकता पर
यह व्यंग्य निबंध उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) और केशवचंद्र सेन (1838-1884) की मृत्यु के बाद लिखा था। इस निबंध में यह कल्पना की गयी है कि आर्यसमाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती और प्रख्यात ब्राह्म समाजी केशवचंद्र सेन जब स्वर्ग पहुंचे
"इश्क़ का ओटीपी" एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करेगा, जो विश्वशनीय व सात्विक प्रेम को ना दरसा कर... प्रेम के बदलते स्वरूप अर्थात आधुनिक प्रेम को पेश करेगा। आज की तारीख का वह रिश्ता जिसकी शुरुआत दोस्ती से हो कर प्यार तक का सफ़र तय कर वापस दोस्ती के शुरुआती क
भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अमृत महोत्सव वर्ष में देश की सरहदों पर रक्षा के कार्य में स्वयं को समर्पित कर देने वाले भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान को समर्पित रचना।
इस लेख का उल्लेख 'रामायण का समय' नामक लेख में पहले ही आ चुका है जो सन् 1884 की रचना है। इसी से आर्यों में सबसे प्राचीन एक ही देवता थे और इसी से उस काल के भी आर्य वैष्णव थे। ... कालांतर में सूर्य में चतुर्भज देव की कल्पना हुई।
पश्यन्ती के निबन्धों में धर्मवीर भारती की एक ऐसी बहुआयामी साहित्य-दृष्टि मिलेगी जो इतिहास की हवाओं की हर हलकी से हलकी हिलोर पर संवेदनशील मुलायम पीपल पाल की तरह कांप उठे। ग्रीक वीणा की तरह झंकार भी दे, और खुले हुए पाल की तरह तनकर तेज हवाओं को आत्मस्य
भैंस की दुख भरी कहानी हास्य व्यंग
प्यार - हमारे जीवन का अस्तित्व है। यह एक एहसास है जो दिमाग से नहीं दिल से होता है। सच्चा प्यार वहीं होता है जो अच्छे - बुरे सभी हालातों में हमारा साथ दे। प्यार इंसान को बदल देता है। उसके अंदर एक निर्मल और स्वच्छ भाव पैदा करता है। दुनिया में लोगों ने
मेरे जीवन से जुड़े एमएसटी लाइफ के किस्से| सभी किस्से सच्ची घटनाओं पर आधारित है |
उत्तर: 'एक अद्भुत अपूर्व स्वप्न' में लेखक ने अपने समय के समाज की विकृत दशा का वर्णन किया है। समाज में व्याप्त अंधविश्वास, स्वार्थपरता, शिक्षा क्षेत्र की दुर्दशा, अंग्रेजी शासन की अत्याचारपूर्ण नीति, नश्वर संसार में यशस्वी होने की लालसा आदि का वर्णन भ
वो मेरी खामोशी को मेरी आशिकी समझ बैठी। वो मेरे पास आने से पहले खुद को दूर समझ बैठी। मैं साथ साथ चलना चाहता था, उसके मगर वो खुद को अकेला समझ बैठी। वो मेरी खामोशी को मेरी आशिकी समझ बैठी। वो मेरे पास आने से पहले खुद को दूर समझ बैठी।
तीन वर्ष शिक्षक-शिक्षा में कार्य करते हुए शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और सैद्धांतिक पक्ष को निकटता से जानने-समझने और अनुभव करने की कोशिश की। अनेक वर्षों तक पेशेवर शिक्षक के रूप में प्राथमिक, उच्च-प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते
प्रेम से है जीवन प्रेम से है प्यारा हर बंधन प्रेम बिन सुना लगे जहां जुदाई के दर्द से प्रेम का गुलशन वीरान शब्दों के सांचे ढालने एक छोटा सा प्रयास प्यार के खट्टे मीठे कुछ अहसास कुछ सुने कुछ अनसुने से जज्बात प्रेम के निराले रूप मेरे प्रेम का र
एक ऐसी कहानी, जहां राजपरिवार में रहकर युद्धकला में माहिर एक सैनिक सेनापति बनने के लिए राज्य की एक प्रतियोगिता में भाग लेता है , लेकिन उस प्रतियोगिता में वो राजा की नाबालिग पुत्री से हार जाता या और उस हार का बदला वो अलग तरीके से लेता है। अपनी हार से क