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कमल कांत के बारे में

वरिष्ठ नागरिक और लेखक वर्तमान निवास:हापकिंटन, मैसाचुसेट्स (संयुक्त राज्य अमेरिका)

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कमल कांत की डायरी

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ज़िंदगी ख़्वाब है

ज़िंदगी ख़्वाब है

हक़ीक़त से दूर भाग रहे ख़्वाबों की दुनिया सजाए एक लड़का और एक लड़की संयोग से मिलते हैं और एक नई दास्तां शुरू होती है।

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कमल कांत के लेख

अध्याय: एक

7 जनवरी 2023
0
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कर्णचुंबी नेत्रों वाली इस स्त्री का ही नाम आरती है। ऐसा लगता है कि जैसे कालिदास के ग्रंथों से यह कमलाक्षी सीधे अवतरित हुई है। यह न तो कोई शहजादी है और न ही कोई रईसज़ादी फिर भी साल

महादान

13 जून 2022
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0

महादान अपने जीवन की कठिनाइयों से जूझते-जूझते अंत में निराश हो एक सूरदास एक महात्मा की शरण में जा पहुंचा। उनके चरणों को अपने आंसुओं से भिगोते हुए वह कहने लगा, "महामना, मुझे इस विकलांगता से मुक्ति का को

नास्तिक कौन है?

23 अक्टूबर 2021
1
0

नास्तिक कौन है?<div><br></div><div>नास्तिक शब्द से हमें ऐसे व्यक्ति का बोध होता है जिसकी प्रचलित धर्

गुस्ताखियां

22 अक्टूबर 2021
1
2

<div align="left"><p dir="ltr"><b>1.दंगा:</b><br> &n

दादी तुम ऐसी क्यों हो?

21 अक्टूबर 2021
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"><span style="font-size: 1em;">अक्सर वही गीत गुनगुनाती हो क्यों

जीवन क्या है?

21 अक्टूबर 2021
0
2

<div align="left"><p dir="ltr">जीवन एक साबुन का बुलबुला है,<br> सुंदर, मनभावन,रंगीन।<br> तभी तक ,जब

गुरुभक्त आरुणि

19 अक्टूबर 2021
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"><b><u>व्यंग्य</u></b><b> विनोद की चाशनी में डुबा कर परोसी गई पुरानी क

बदलना संभल-संभल के

18 अक्टूबर 2021
1
2

यह कहानी है एक शेर और एक हाथी की . दोनों एक ही वन में रहा करते थे । एक मांसाहारी और दूसरा विशुद्ध शा

धीरे,धीरे..

18 अक्टूबर 2021
0
1

<div align="left"><p dir="ltr">मिलेगी हमारी नज़र धीरे धीरे,<br> मोहब्बत करेगी असर धीरे धीरे ।

नर्म,गर्म और शर्म

18 अक्टूबर 2021
3
2

<div align="left"><p dir="ltr"><b>बंधुराम किसी सरकारी कार्यालय में लिपिक थे. स्वभाव से बेहद नर्म और

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