रुवाइयां------
प्यार नहीं चिरस्थाई जो देखे सो डूबा है।
परिवर्तनशील है प्यार जगत में आशिक हो या महबूबा है।।
प्यार सदा कोहिनूर से ज्यादा चमकीला है।
अंतर्मन में झांक के देखो यारो प्यार का रंग अजूबा है।।
स्वरचित---रुवाइयां---रामसेवक गुप्ता ✍️✍️
आगरा यूपी