women day special
गजल----
मैं औरत हूं सम्मान और सुखी परिवार चाहिए।
जीने के लिए कुछ नहीं थोड़ा सा प्यार चाहिए।।
दौलत न शौहरत की कभी भूख सताती है मुझे
अपनापन दिल को चेंन मिले वो घर द्वार चाहिए।
जीने के लिए-----------------------------------------।।१
समाज के तानों वहशी दरिंदों से डरी नहीं हूं मैं
बुरी निगाहों से लड़ने का हौसला बेशुमार चाहिए।।
जीने के लिए-------------------------------------------।।२
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी मित्रों को
स्वरचित --गजल--रामसेवक गुप्ता ✍️✍️
आगरा यूपी