चंडीगढ़ : पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में इस बार दलबदलुओं को खूब महत्व दिया जा रहा है। उत्तराखंड के बाद अब पंजाब में भी ये सिलसिला जारी है। क्रिक्रेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व हॉकी खिलाड़ी एवं पूर्व अकाली नेता परगट सिंह समेत कई दलबदलुओं को चार फरवरी को होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिए गए हैं।
टिकट के वास्ते चुनाव के सीजन में एक दल से दूसरे दल में जाने वाले दलबदलु कांग्रेस, आम आदमी पार्टी एवं शिरोमणि अकाली दल समेत करीब सभी बड़े राजनीति क दलों में हैं। कुछ सीटों पर पार्टी के टिकटार्थियों के बावजूद उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया है एवं कार्यकर्ताओं के विरोध को नजरअंदाज कर दिया गया है।
दलबदलुओं में प्रमुख 53 वर्षीय सिद्धू हैं जिन्होंने पहले राज्यसभा से और बाद में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें :कांग्रेस की ओर से (अमृतसर) पूर्व: से चुनाव मैदान में उतारा गया है जिसका पिछली विधानसभा में उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने प्रतिनिधित्व किया था। नवजोत कौर सिद्धू 2012 का पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर जीती थीं।
‘आवाज-ए-हिंद-पंजाब’ का गठन करने वाले सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ भी कथित रूप से वार्ता में थे लेकिन बात नहीं बन पायी। महीनों के संशय के बाद सिद्धू 15 जनवरी को कांग्रेस में आ गए जब उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भेंट की । सिद्धू ने कहा कि वह ‘जन्म से कांग्रेसी’ हैं और उनकी घर वापसी हुयी है ।