नई दिल्लीः पंजाब चुनाव जीतने के लिए राजनीति क दल हर दांव आजमा रहे हैं। चाहे एक दूसरे के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए फर्जी पत्रों का सहारा लेने की बात क्यों न हो। बीते दिनों संजय सिंह के नाम से जाली खत वायरल हुआ था कि अब कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के नाम से राहुल गांधी को लिखे पत्र ने सियासी गलियारे में भूचाल ला दी। पंजाब में आप के जीतने और कांग्रेस के हारने की जिक्र वाला जब यह लेटर वायरल हुआ तो बाजवा ने इसे फर्जी करार दिया। कहा कि उन्होंने ऐसा लेटर लिखा ही नहीं।
केजरीवाल के सचिव का सामने आ रहा नाम
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इंडिया संवाद से फोन पर बातचीत में इस पत्र के पीछे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के सचिव का नाम लिया। कहा कि उन्होंने संबंधित पत्र से जुड़ी खबर का लिंक शेयर किया है। चूंकि वे सरकारी अफसर हैं, इस नेता किसी पार्टी चाहे वह सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ही क्यों न हो, उसका प्रचार नहीं कर सकते। संकेत मिल रहे हैं कि इस लेटर को तैयार करने से लेकर प्रचारित करने में केजरीवाल के सेक्रेटरी का हाथ है। अफसरों को सरकार और सत्ताधारी पार्टी के बीच अंतर समझना होग।
क्या कहा गया है लेटर में
पंजाब के विधायक व कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की ओर से फर्जी लेटर में में कुछ यूं राहुल गांधी से शिकायतें की गई हैं।....राहुल जी, हमने सुना है कि आपने पंजाब के दौरे कम कर यूपी के चुनाव पर फोकस करने की तैयारी की है। मीडिया में आ रही यह खबरें अगर सही हैं तो पार्टी के लिए अच्छी बात नहीं है। प्रशांत किशोर का मैडम को लिखा लेटर भी लीक होने की खबर मीडिया में आई। यही नहीं आपने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब का मुख्यमंत्री दावेदार घोषित कर दिया, जबकि अमरिंदर सिंह इस पद के लिए योग्य नहीं हैं। पंजाब में वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट नहीं रख सकते। आगे प्रताप सिंह बाजवा ने लिखा है कि आपने मजीठिया की रैली में भी मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कुछ नहीं बोला, जिससे जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं में गलत संदेश जा रहा है।