नई दिल्लीः पंजाब में 'आप' के संयोजक सु्च्चा सिंह को स्टिंग के बाद भले ही केजरीवाल ने पद से हटा दिया गया है, मगर वे पार्टी छोड़ने के मूड में नहीं है। 'आप' में ही रहकर केजरीवाल के सीने पर चक्की चलाकर दाल दड़ने जा रहे। पार्टी में केजरीवाल से असंतुष्ट चल रहे सभी नेताओं का एक मोर्चा खड़ा करने की तैयारी है। कहा जा रहा कि विरोधी रवैये के कारण'आप' से निलंबित चल रहे सूबे के चार में से दो सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी व हरिन्द्र सिंह खालसा भी इस मोर्चे के साथ कदमताल करेंगे। चुनाव के समय यह मोर्चा गांव-गांव गली-गली घूमकर केजरीवाल की ओर से उतारे गए उम्मीदवारों के खिलाफ कैंपेन करेगा।
जिससे दिल्ली के बाद पंजाब चुनाव जीतने की केजरीवाल की हसरत पर सभी 'विभीषण' पानी फेर सकते हैं।
तीसरे विकल्प के लिए सुच्चा ने ठुकरा दिया कांग्रेस का ऑफर
जब एक स्टिंग में दो लाख रुपये लेने की बात कहकर आप सुप्रीमो केजरीवाल ने सुच्चा सिंह को पंजाब संयोजक पद से हटाया तो कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कै. अमरेंद्र सिंह ने उन्हें कांग्रेस में आने का न्यौता दिया, मगर उन्होंने फिलहाल इन्कार कर दिया। इसके पीछे बताया जाता है कि सुच्चा सिंह केजरीवाल का पिंड आसानी से छोड़ने के बजाए सबक सिखाना चाहते हैं। सुच्चा सिंह पार्टी के अंदर ही विद्रोही मोर्चा खड़ाकर केजरीवाल की परेशानी बढ़ाना चाहते हैं। पंजाब में टिकट न मिलने से नाराज आप के असंतुष्ट नेता सुच्चा सिंह के साथ दो दिन के बीच कई बार बैठक कर चुके हैं।
टिकट वितरण के साथ अभी और बढ़ेगी बगावत
सूत्र बता रहे हैं कि हर विधानसभा क्षेत्रों में आधे दर्जन नेताओं को टिकट का ऑफर देकर आम आदमी पार्टी से जोड़ा गया। पहली सूची में नाम न होने से काफी नेता नाराज हो चुके हैं। अब दूसरी और तीसरी सूची के साथ जिन नेताओं का नाम कटेगा वो भी असंतुष्टों की कतार में खडें होंगे। ऐसे नेता सुच्चा सिंह के इर्द-गिर्द खड़े होकर तीसरा प्लेटफॉर्म चुनकर केजरीवाल के खिलाफ ही मोर्चा खोलेंगे।
सांसदी का चुनाव लड़ने वाले 13 उम्मीदवारों ने छोड़ा केजरीवाल का साथ
आम आदमी पार्टी की ओर से 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कुल 13 उम्मीदवारों ने भी केजरीवाल का साथ छोड़ दिया है। इनमें डॉ. दलजीत सिंह, जस्सी जसराज, रबि शेरगिल, सुमेल सिंह सिद्धू आदि शामिल है।