1 फरवरी 2022
कैसा है यह जिंदगी का फलसफा कभी कोई किसी से रहता खफा। कोई कभी देता भर कर हाथों दुआ नफ़रत से भर कभी बोलदेता बद्दुआ कभी सागर की तरह मिलती खुशियां कभी दुःख की चलती आंधियां कभी हंसाती कभी लाती रूसवाईया ब