नई दिल्ली : हरियाणा और दिल्ली एनसीआर के हजारों लोगों के दिल की धड़कन कही जाने वाली सपना चौधरी ने रविवार को जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. गंभीर हालत में उनको नजफगढ़ के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. मालूम हो कि सपना चौधरी पिछले काफी दिनों से विवादों में हैं. एक जातिसूचक शब्दों को लेकर रागिनी को लेकर उनके खिलाफ गुड़गांव में एससीएसटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज हो चुका है. इस विवाद के बाद हरियाणा म्यूजिक कंपनी मोर म्यूजिक ने भी सपना से अपना नाता तोड़ लिया था.
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मोर कंपनी ने FIR के बाद सपना से तोडा था अनुबंध
जिसके चलते वह लंबे समय से सदमें में यहीं. बताया जाता है कि अभी यह बात साफ नहीं हो सकी है कि सपना ने अचानक अपनी जीवन लीला क्यों समाप्त करने की ठानी. फिलहाल सपना का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्तिथि अब सामान्य है. बताया जाता है कि हरियाणवी गायिका सपना का मोर कंपनी के साथ भी गानों को लेकर अनुबन्ध था. जिसके चलते वह मोर कंपनी के गानों पर ही परफॉर्म करती थी. लेकिन पिछले दिनों वह एक जाति सूचक गाने को गाने के बाद विवादों में आ गयीं थीं.
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हरियाणा के कई जिलों की पुलिस से हुई थी शिकायत
इस विवादित गाने को लेकर सपना चौधरी के खिलाफ गुड़गांव के सेक्टर-29 के थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. सपना चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने गुड़गांव के चक्करपुर इलाके में रागनी कार्यक्रम के दौरान दलितों के लिए अपशब्द कहे थे. जिसको लेकर सपना और उनकी पूरी टीम पर यह आरोप लगे थे कि उन्होंने 'बिगड़ग्या' नामक एक रागनी के जरिये दलितों पर सवाल उठाते हुए जातिसूचक शब्द बोले. इसके बाद सामाजिक संगठन निगाहें के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर ने सेक्टर 29 थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी.
SC /ST आयोग ने DM को दिए थे कार्यवाही के आदेश
थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होने के बाद उनके गीत में बोले गए जातिवाचक शब्द को लेकर बहुजन आजाद मोर्चा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. यही नहीं इस मामले में सपना के खिलाफ अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की गई थी. इस शिकायत पर आयोग ने DM को जाँच के आदेश दिए थे. गौरतलब है कि इससे पहले हिसार की डोगरान मोहल्ला स्थित चौकी और पानीपत के एसपी से भी सपना के गीत को लेकर उनके खिलाफ शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर आयोग का दरवाजा खटखटाया गया था. मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष संजय चौहान ने बताया कि सपना ने गीत के माध्यम से दलित कौम का अपमान किया था. शिकायत पर सुनवाई करते हुए अनुसूचित जाति आयोग ने DM को इस शिकायत पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे. इसके बाद मोर कंपनी ने गायिका सपना चौधरी से अपना अनुबन्ध तोड़ लिया था. जिसको लेकर सपना पिछले दो महीने से काफी परेशान चल रही थीं. यह भी पढ़ें ..'उड़ते पंजाब' में 'आप' की पतंग की संजय-आशु से डोर छूटी तो थामने आ गए विश्वास-सिसौदिया
मशहूर गायिका है सपना
उल् लेख नीय है कि हरियाणा और एनसीआर के लाखों दिलों पर राज करने वाली मशहूर गायिका सपना की मुसीबते बढ़ गई हैं. आरोप लगे है कि उन्होंने दलितों कि भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. यही नहीं उनके खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. सपना हरियाणा की रागिनी गायक हैं और बहुत फेमस हैं. उनके जलवे देखने के लिए भारी भीड़ जमा होती है. सोशल मीडिया पर भी उनके गाने के वीडियो आते हीं हिट हो जाते हैं. यह भी पढ़ें ..70 लाख में DM पोस्टिंग की IAS ने खोली पोल तो आडियो टेप में घिरे मुख्य सचिव ने किया सस्पेंड
फसाद की जड़ है उनका नया गाना
दरअसल इस पूरी फसाद की जड़ है उनका नया गाना जिसमें चमार और कुम्हार जाति के लोगों की भावना आहत होने का दावा किया गया है। गाने के बोल कुछ इस प्रकार हैं-आज पढ़ लिख के नै तरक्की करगी, या बावली जात चमारा की, गधी बेच के खचरी ले ली होगी मौज कुम्हरा की.