नई दिल्ली : रायबरेली के बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति अगले साल 2017 में होने जा रहे यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी. प्रियंका गाँधी के कहने पर कांग्रेस में शामिल हुईं अदिति को कांग्रेस रायबरेली की सदर चुनाव से अपना उम्मीदवार बनाएगी.
कांग्रेस को रायबरेली सीट के लिए मिला नया चेहरा
उत्तर प्रदेश की सियासत में पिछले एक महीने से आये भूचाल को देखते हुए जहाँ कई दलों को असन्तुष्ट होकर भी सन्तुष्ट होना पड़ा हैं वहीँ कांग्रेस को मिले इस नए महिला चेहरे को लेकर राजनीति के बाजार में इसे एक बड़ी सफलता माना जा रहा हैं. दरअसल पिछले दो पखवाड़ों से यूपी में इस दल से उस दल में कई हाई-प्राेफाइल नेताओं की आवाजाही देख चुकी कांग्रेस उत्तर प्रदेश में खुद को आगे रखने में कामयाब रही है.
अखिलेश सिंह की बेटी हैं अदिति
सूत्रों के मुताबिक रायबरेली के चर्चित बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. अदिति को कांग्रेस में शामिल कराने में प्रियंका गांधी का अहम रोल बताया जाता है. प्रियंका ही अपनी मां सोनिया गांधी की लाेक सभा सीट रायबरेली का सारा काम संभालती हैं. पांच बार विधायक रह चुके अखिलेश तीन बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं,
कांग्रेस छोड़कर भी जीते थे चुनाव
इसके बाद उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया. दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल कर विधायक बने. रायबरेली में नेहरु-गांधी परिवार के वर्चस्व के बावजूद जब अखिलेश निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़े तो कांग्रेस उन्हें हरा नहीं पाई. अब अदिति विधानसभा चुनावों में राय बरेली सदर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार होंगी. उनकी उम्मीदवारी पर पिता अखिलेश सिंह ने भी सहमति जता दी है.
लोकसभा का क्वार्टर फाइनल हैं यह चुनाव
सत्ता के गलियारे में इन चुनावों को 2019 का क्वार्टर फाइनल भी बताया जा रहा है. राज्य में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के सामने जहां एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर से निपटने की चुनाैती होगी, वहीं विपक्षी दल कानून-व्यवस्था, धार्मिक अशांति जैसे कई मुद्दों पर अखिलेश यादव सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. राज्य में पिछले ढाई दशक से सत्ता से बाहर कांग्रेस के सामने अपना खोया हुआ सम्मान वापस पाने की चुनौती है.
कांग्रेस ने सौंपी हैं किशोर को जिम्मेदारी
इसीलिए पार्टी ने पिछले लाेकसभा चुनावों में भाजपा की तरफ से कमाल करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी सौंपी है. किशोर कांग्रेस नेताओं से मिलकर लगातार मिशन 2017 की तैयारियों में जुटे हुए हैं. हालांकि उनकी मांग थी कि चुनाव में प्रियंका गांधी को कांग्रेस के चेहरे के तौर पर आगे किया जाए. किशोर का मानना है कि इससे कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में निश्चित तौर पर बढ़त मिलेगी.