देहरादून: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर अपनी रैली में जनता से जुड़ने के लिए शेर ओ शायरी शुरू कर दी. अल्मोड़ा रैली में राहुल ने बशीर बद्र का शेर पढ़ा और ख़ूब वाहवाही लूटी. गौरतलब है कि कल यूपी के बहराइच में अपनी रैली में राहुल गांधी ने गालिब का शेर पेश किया था.
राहुल गांधी ने अल्मोड़ा रैली में पीएम मोदी पर निशाना साधा. नोटबंदी को राहुल ने जहां अर्थिक डकैती कहा तो मोदी को गरीब का विरोधी बता डाला. राहुल ने कहा कि गरीब, किसान बड़ी मेहनत से ग़ुजर बसर करते हैं, लेकिन नोटबंदी ने उनकी कमर तोड़ दी. अपनी बात को प्रभावी ढंग से कहने के लिए राहुल गांधी ने शायर बशीर बद्र का लोकप्रिय शेर पढा.
"लोग टूट जाते हैं, एक घर बनाने में
तुम तरस नहीं खाते, बस्तियां जलाने में"
गुरुवार को हुई यूपी की रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ग़ालिब के शेर को हथियार बना पीएम मोदी के 'मज़ाक' को काउंटर किया था.
"हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है
तुम्हीं कहो कि ये अंदाज़-ए-गुफ़्तग़ू क्या है"
ग़ालिब के इस शेर के माध्यम से कल राहुल ने मोदी पर निशाना साधा था और आज राहुल गाँधी ने मोदी पर हमला करते हुए अपने भाषण में एक गीत का जिक्र किया...राम-राम जपना!
इसके साथ ही उन्होंने कहा, नोटबंदी के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन हमें उन लोगों की याद में दो मिनट के लिए संसद में खड़े नहीं होने दिया गया. यहां उन्होंने साथ ही मोदी सरकार पर कविता यी अंदाज में प्रहार करते हुए कहा, 'लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते गृहस्थियां जलाने में...'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जहां आज अल्मोड़ा में रैली के साथ उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 दिसंबर को इस पहाड़ी राज्य का दौरा करेंगे. हर कोई सियासत के इस सिस्टम को अपने अपने तरीके से चलाने की कोशिश में लगा हुआ है.
राहुल गाँधी ने कहा...
> कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई मेें हमेशा साथ खड़ी रहती है।
> उत्तराखंड को 7 हजार करोड़ रुपए नहीं दिए। जो आपका हक है।
> कांग्रेस पार्टी ने मोदी जी से सिर्फ तीन मांग की थी। कर्ज माफ, बिजली बिल हाफ और अनाज का सही दाम।
> मोदी ने लोगों से मनरेगा छीना। हिंदूस्तान के मजदूरों को कहा कि वे गड्ढेे खोदते हैं।
> छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आदिवासियों के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।
> हिंदुस्तान को दो भागों में बांट रखा है। एक तरफ हिंदुस्तान के सुपर रीच 1 प्रतिशत लोग 50 परिवार। दूसरी तरफ 99 फीसदी लोग, गरीब लोग हैं।
> पिछले ढाई साल में नरेंद्र मोदी सरकार ने 1 फीसदी लोगों को फायदा पहुंचाया है। ये वही लोग हैं जो आपके साथ ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जाते हैं।
>कालाधन हिंदुस्तान के 99 फ़ीसदी लोगों के पास नहीं है।