नई दिल्ली : रिलायंस जियो ने रविवार को कहा कि इंटरकनेक्शन के अभाव एयरटेल के नेटवर्क से उसके दो करोड़ फोन कॉल अब भी रोज फेल हो रहे हैं। रिलायन्स का यह बयान उसके ठीक एक दिन बाद आया है जब एयरटेल ने रिलायंस को आश्वासन दिया था कि अब उसके नेटवर्क कॉल फेल नहीं होंगे। एयरटेल ने कहा था कि उसे नई कंपनी रिलांयस जियो से अतिरिक्त प्वाइंट ऑफ इंटर-कनेक्ट (पीओआई) के लिए पेमेंट मिल गया है और अब दोनों कंपनियों को कनेक्शन के ऊपर काम करने व नेटवर्क पोर्ट्स की टेस्टिंग की जरूरत है।
क्या है इंटर कनेक्टिविटी चार्ज
ट्राई के नियमों की माने तो जब किसी टेलीकॉम कपनी का उपभोक्ता किसी दूसरी टेलीकॉम कंपनी के उपभोक्ता कॉल करता है तो पहली कंपनी को दूसरी कंपनी यानी कॉल रिसीवर कंपनी को चार्ज दें पड़ता है। यानी अगर कोई रिलायंस जियो का उपभोक्ता एयरटेल के उपभोक्ता को कॉल करता है तो रिलायन्स को प्रति मिनट 14 पैसे एयरटेल को इंटर कनेक्टिविटी चार्ज देना पड़ता है। ऐसे में अगर इंटर कनेक्टिविटी चार्ज बढ़ता है तो उन कंपनियों को ज्यादा लाभ होगा जिनके ज्यादा उपभोक्ता हैं।