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रोजमर्रा

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प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और थोड़ा दुःखी भी है ।दो बातों से एक तो हमारी डायरी की पाठक संख्या अचानक से कम हो गयी।दो दिन पहले यह 10 थी ।कल देखी तो ये चार गयी।दूसरी बात फिर से वही जो हम हर बार कहते

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏        🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺                     हमारे जीवन की किताब में एक से एक स

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं और लोहड़ी और मकर संक्रान्ति कैसी रही। आजकल तो जब भी समाचार सुनो ,देखो, पढ़ो हर जगह जोशीमठ की तस्वीरें और खबरें होती है। सरकार ने भी लोगों के आशियाने गिरा कर सिर्फ डेढ़

सादर प्रणाम 🌼🙏       आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।       आज के दिन की शुरुआत भी हर दिन की तरह मंगलमय थी। आज भले ही रविवार हैं, लेकिन हम हर रोज की तरह ही

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं। तुम्हें और तुम्हारे परिवार को लोहड़ी की शुभकामनाएं।आज का विषय:- लोहड़ी का त्योहारभारत को त्योहारों का देश कहा जाता है क्योंकि भारत देश में विभिन्न प्रकार के पर्व मनाये

मैं आगे बढ़ता गयाशक गहरा थाअब यकीं भी पक्का हैजो मेरा था वो मेरा हैगैरों पर यकीं कितना,क्या होगावो ना मेरा था ना मेरा होगाफिर उसे जीभर के सोचने से क्या होगा!मैं प्रेम में भी ज्यादा पड़ाबस सब हथियाने क

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।बस ठंड की वजह से थोड़ी तबीयत नासाज है। आज कल के युवाओं को क्या होता जा रहा है कल हम शोप पर बैठें थे तो हमने देखा तीन चार युवा लड़कों का समूह स्कूल की छुट्टी के बाद घर

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम आने के बाद भी अभी तक हमसे किसी ने इस विषय में बातचीत नहीं की है मंच की ओर से ।और दो बार डायरी लेखन में प्रथम आने पर डायरी भी नहीं पहु

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।कल ही स्कूल से छोटे बेटे के मैसेज आया कि सर्दी की छुट्टी बढ़ा दी है तो मन को सुकून मिला वरना कल लाट साहब के हाथ अकड़ जाते जब सर्दी में स्कूल जाते तो।अब तो आलम ये है कि

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।कल ही स्कूल से छोटे बेटे के मैसेज आया कि सर्दी की छुट्टी बढ़ा दी है तो मन को सुकून मिला वरना कल लाट साहब के हाथ अकड़ जाते जब सर्दी में स्कूल जाते तो।अब तो आलम ये है कि

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।ठंड के कहर से लड़ रहे हैं ।कल बहुत से संदेश मिले बधाई के क्योंकि पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम जो आई है।आज का विषय:- एक लुप्त होती स्वतंत्रताहम एक स्वतंत्र देश में

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं। हम बहुत खुश हैं आखिरकार हमारी किताब विजेता की श्रेणी में आ ही गयी। बहुत प्रयास किया था हमने पर विजेता नहीं बन पाते।ये फोन वेरीफिकेशन का कमाल है जो हम विजेता की श्रेणी म

प्रिय सखी ।।कैसी हो। आज ही पता चला तुम्हारी और हमारी मुलाकात एक महीना और होगी। लो फिर से हाजिर हो तुमसे मुलाकात करने के लिए।आज का विषय:-भारत में रूसी तेल का आयातअप्रैल के बाद से भारत का रूस से तेल आया

प्रिय सखी कैसी हो। हम अच्छे हैं आशा है तुम भी अच्छी हो। मौसम की सर्दी के कारण दिल्ली शॉप पर आना जाना नहीं हो पा रहा है सोच रही हूं फरीदाबाद में ही यह शौप डाल ली जाए। कुछ मंदी के कारण दिल्ली की शॉ

प्रिय सखी।कैसी हो।मैं अच्छी हूं।बस अपनी किताब आता क्या थी मेरी ? की पाठक संख्या से निराश हूं।आज का विषय:- बढ़ते आतंकवाद का विश्लेषणविश्व के साथ साथ भारत भी काफीसमय से आतंकवाद का शिकार होता रहा है। भार

हैलो सखी कैसी हो।हम अच्छे हैं ।आज फिर से अपने पुराने सफ़र पर निकले थे। कुछ पुरानी यादें ताजा की ।आज का विषय:- भारतीय साहित्य का पुनर्निर्माणआधुनिक युग में प्राचीन भारतीय इतिहास के पुर्नलेखन व पुन

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं।बड़ी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।हाय असम से हाथ पांव जम जाते हैं । फिर देहली जाना आना ।पर औरत की यही कहानी है ।काम से घर आकर भी वो काम पर ही होती है ।घर आते ही पतिदेव तो

*छांव* ​ वर्क फ्रॉम होम होने के कारण अंकुर अपना व्यस्त शेडयूल में से कुछ समय परिवार के लिए निकाल लेता है। अंकुर ने सोचा कि चलो इस बार गॉव से माताजी और बाबू जी को साथ ले आता हॅू, कुछ दिन उनके छॉव

प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं।आज की तारीख में दो ही दो आ रहे हैं।आज सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस है आओ इस के विषय में कुछ जाने।अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस एक संयुक्त राष्ट्र का

प्रिय सखी।कैसी हो।मैं अच्छी हूं । सर्दी की वजह से काम धंधा कम ही है देहली शोप पर । इसलिए आजकल घर पर ही विराजमान रहते हैं हम।सोच रही हूं एक उपन्यास अधूरा पड़ा है उसे पूरा कर लूं प्रतियोगिता में भी है व

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