प्रिय सखी।कैसी हो ।लो हम फिर से मुखातिब है तुम से ।जब तुम से अलविदा कह रहे थे पिछले सीजन में तो मन उदास हो रहा था सोचा था अगले सीजन में भाग नहीं लेंगे पर देखो तुम्हारा बिना शर्त का प्यार हमें खींच ही
प्रिय सखी।कैसी हो ।आज हमारी तुम्हारी मुलाकात का आखिरी दिन है। बहुत सी बातें हुई हमारी तुम्हारी । बहुत से ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा भी हुई।कुछ खट्टी कुछ मीठी,मंच को तुम्हारे माध्यम से कुछ खरी कुछ खोटी बा
प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।अब तो दो ही मुलाकात रह गयी है । फिर ना जाने कब मिलना होगा ।हम तो यही सोच रहे थे कि दिसंबर में ही हमारी और सखी की अंतिम मुलाकात होगी पर शब्द मंच ने एक महीने का और अवसर
🌼सादर प्रणाम🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 आज की सुंदर बातों की शुरुआत हम पुराने कल से शुरू करते हैं। वैसे
🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 इस जीवन की जो अनेक बातें हैं, जो कभी खत्म हीं नहीं होती
🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 हमारे जीवन में ज्ञान और प्रेरणा हमें कहीं
प्रिय सखी।कैसी हो हम अच्छे हैं और तुम अच्छी हो ये हमें पता है।आज का विषय:- बी. वी दोषी का निधनप्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण विठ्ठलदास दोशी, जिन्हें देश में कुछ सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं जैसे IIM ब
प्रणाम!🙏 आशा करते हैं कि आप सभी कुशल से होंगे और अपने जीवन के बसंती रंगों के साथ मुस्कुरा रहे होंगे। सबसे पहले तो आप सभी को बसंत पंचमी और 74व
प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और तुम बताओ सखी क्या हाल चाल है ।अब तो अपनी मुलाकात के दिन थोड़े ही रह गये हैं । क्यों ना जी भर कर बातें करें विभिन्न विषयों पर चर्चा करें।आज का विषय:- गुजरात दंगो
प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं। एक बात बताएं कल हमारे साथ क्या हुआ । दरअसल हम शोप के लिए माल लेने गये थे।जब हम बाहर जाते हैं तो हम फोन बहुत कम ही उठाते हैं।पर कल ना जाने कैसे जब पर्स में फोन रखा तो अ
सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 आज का दिन की शुरुआत भी प्रतिदिन की भांति बहुत अच्छी
प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।शोप पर बैठें है। क्या वास्तव में महिलाएं सुरक्षित है नहीं ।इसके पीछे विकलांग मानसिकता और हमारे लिए हुए संस्कार है ।जो हम अपने बच्चों को देते हैं ।ये जरूरी नहीं कि हर बा
प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और थोड़ा दुःखी भी है ।दो बातों से एक तो हमारी डायरी की पाठक संख्या अचानक से कम हो गयी।दो दिन पहले यह 10 थी ।कल देखी तो ये चार गयी।दूसरी बात फिर से वही जो हम हर बार कहते
🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 हमारे जीवन की किताब में एक से एक स
प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं और लोहड़ी और मकर संक्रान्ति कैसी रही। आजकल तो जब भी समाचार सुनो ,देखो, पढ़ो हर जगह जोशीमठ की तस्वीरें और खबरें होती है। सरकार ने भी लोगों के आशियाने गिरा कर सिर्फ डेढ़
सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे। आज के दिन की शुरुआत भी हर दिन की तरह मंगलमय थी। आज भले ही रविवार हैं, लेकिन हम हर रोज की तरह ही
प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं। तुम्हें और तुम्हारे परिवार को लोहड़ी की शुभकामनाएं।आज का विषय:- लोहड़ी का त्योहारभारत को त्योहारों का देश कहा जाता है क्योंकि भारत देश में विभिन्न प्रकार के पर्व मनाये
मैं आगे बढ़ता गयाशक गहरा थाअब यकीं भी पक्का हैजो मेरा था वो मेरा हैगैरों पर यकीं कितना,क्या होगावो ना मेरा था ना मेरा होगाफिर उसे जीभर के सोचने से क्या होगा!मैं प्रेम में भी ज्यादा पड़ाबस सब हथियाने क
प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।बस ठंड की वजह से थोड़ी तबीयत नासाज है। आज कल के युवाओं को क्या होता जा रहा है कल हम शोप पर बैठें थे तो हमने देखा तीन चार युवा लड़कों का समूह स्कूल की छुट्टी के बाद घर
प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम आने के बाद भी अभी तक हमसे किसी ने इस विषय में बातचीत नहीं की है मंच की ओर से ।और दो बार डायरी लेखन में प्रथम आने पर डायरी भी नहीं पहु