shabd-logo

रोजमर्रा

hindi articles, stories and books related to rojmrraa


प्रिय सखी।कैसी हो ।अब तो पूरे दिन के बिजी शेड्यूल में से कुछ पल तुम्हारे लिए चुराने ही पड़े गे। क्योंकि महीना भी फरवरी का है और हम साथ लेख पीछे है अपनी डायरी को कमपलीट करने में।व्यस्तता की इतनी अति है

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं। बड़ी व्यस्तता के बाद समय निकाल पाते हैं तुम से मिलने का परिवर्तन के सिवा इस सृष्टि में स्थिर कुछ भी नहीं है।परिवर्तन एवं गति संसार का अनिवार्य नियम है। इस सृष्टि क

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और अपनी अभी अभी पुस्तक प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली किताब "आखिर खता क्या थी मेरी" की बिक्री देखकर थोड़ा नाखुश हैं । पुस्तक छप गयी सब कुछ अच्छा है पर जब खरीदने वाला ही

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।डायरी लेखन में वार्षिक इनाम हमें मिला है पर मंच की तरफ से हम से कोई सम्पर्क नहीं हुआ है ।देखो कब तक होता है ।आज का विषय:- कानपुर देहात कांडकानपुर देहात के मड़ौली गांव म

प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं ।बस इस फोन से परेशान हैं।ये दुश्मन बना हुआ है तुम्हारी और हमारी मुलाकात मे।बार बार हैंग हो जाता है ।कभी कभी तो इतना तंग करता है पूरा लेख लिख लेगे और एक झटके में ही सारा

प्रिय सखी।कैसी हो।आज नौजवानों में वैलेंटाइन डे की धूम है । क्यों ना हम और तुम मिलकर उन शहीदों को याद करें जो पुलवामा अटैक में शहीद हुए हैं।आज का विषय:- पुलवामा अटैकपुलवामा में हुए टेरेरिस्ट अटैक को आज

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं कल का दिन बहुत व्यस्त रहा ।शोप के लिए माल खरीदने में ही सारा दिन चला गया ।हमें समय का पता ही नहीं चला ।पूरी गाड़ी भरकर फेब्रिक खरीदा ।आज का विषय:- राष्ट्रीय महिला दिवसआज

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं । सरसों का साग बना रहे थे आज शोप से छुट्टी ली है । बहुत से काम बाकि थे घर के ।हमें पता है एक बिजनेस वूमन और गृहणी की भूमिका हम कैसे निभाते हैं।दो दिन अगर ढ़ंग से खाना न

प्रिय सखी।कैसी हो ।लो हम फिर से मुखातिब है तुम से ।जब तुम से अलविदा कह रहे थे पिछले सीजन में तो मन उदास हो रहा था सोचा था अगले सीजन में भाग नहीं लेंगे पर देखो तुम्हारा बिना शर्त का प्यार हमें खींच ही

प्रिय सखी।कैसी हो ।आज हमारी तुम्हारी मुलाकात का आखिरी दिन है। बहुत सी बातें हुई हमारी तुम्हारी । बहुत से ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा भी हुई।कुछ खट्टी कुछ मीठी,मंच को तुम्हारे माध्यम से कुछ खरी कुछ खोटी बा

प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।अब तो दो ही मुलाकात रह गयी है । फिर ना जाने कब मिलना होगा ।हम तो यही सोच रहे थे कि दिसंबर में ही हमारी और सखी की अंतिम मुलाकात होगी पर शब्द मंच ने एक महीने का और अवसर

🌼सादर प्रणाम🌼🙏       🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺             आज की सुंदर बातों की शुरुआत हम पुराने कल से शुरू करते हैं। वैसे

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏        🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺               इस जीवन की जो अनेक बातें हैं, जो कभी खत्म हीं नहीं होती

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏           🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺               हमारे जीवन में ज्ञान और प्रेरणा हमें कहीं

प्रिय सखी।कैसी हो हम अच्छे हैं और तुम अच्छी हो ये हमें पता है।आज का विषय:- बी. वी दोषी का निधनप्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण विठ्ठलदास दोशी, जिन्हें देश में कुछ सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं जैसे IIM ब

प्रणाम!🙏       आशा करते हैं कि आप सभी कुशल से होंगे और अपने जीवन के बसंती रंगों के साथ मुस्कुरा रहे होंगे।        सबसे पहले तो आप सभी को बसंत पंचमी और 74व

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और तुम बताओ सखी क्या हाल चाल है ।अब तो अपनी मुलाकात के दिन थोड़े ही रह गये हैं । क्यों ना जी भर कर बातें करें विभिन्न विषयों पर चर्चा करें।आज का विषय:-  गुजरात दंगो

प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं। एक बात बताएं कल हमारे साथ क्या हुआ । दरअसल हम शोप के लिए माल लेने गये थे।जब हम बाहर जाते हैं तो हम फोन बहुत कम ही उठाते हैं।पर कल ना जाने कैसे जब पर्स में फोन रखा तो अ

सादर प्रणाम 🌼🙏     🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺                  आज का दिन की शुरुआत भी प्रतिदिन की भांति बहुत अच्छी

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।शोप पर बैठें है। क्या वास्तव में महिलाएं सुरक्षित है नहीं ।इसके पीछे विकलांग मानसिकता और हमारे लिए हुए संस्कार है ।जो हम अपने बच्चों को देते हैं ।ये जरूरी नहीं कि हर बा

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए