नई दिल्लीः आतंकी घटनाओं और तमाम तरह के संघर्षों से जूझ रही पूरी दुनिया में सिर्फ दस देश ही सुकून में हैं। जहां के लोग न आंतरिक और न ही बाह्य संघर्ष से जूझ रहे। इन देशों में मार-काट और लूट-पाट की घटनाओं पर लगाम है। अपराध पर काबू तो है ही आर्थिक भ्रष्टाचार भी बहुत कम है। दुनिया के बाकी देशों की तुलना में कहीं ज्यादा पारदर्शिता है। सुकून की जिंदगी जीने के लिए एक व्यक्ति को जो माहौल चाहिए, वह इन 10 देशों में मयस्सर है। सड़क पर चलने में न आपको डर का सामना करना पड़ता है न ही बिजनेस करने में किसी तरह की परेशानी। सब कुछ आसान और सुगम है। नागरिकों को हरसंभव आर्थिक, सामाजिक और कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की खूबियों के दम पर इन दस देशों ने ग्लोबल पीस इंडेक्स 2016 में जगह बनाई है। आइए हम आपका बताते हैं कौन हैं ये देश, जहां के लोग शांति और सुगम जीवन जी रहे हैं।
दुनिया में खत्म हो रही शांति
दसवें ग्लोबल पीसफुल इंडेक्स में कहा गया है कि मध्य पूर्व के हालात साल भर के भीतर बिगड़े हैं। शरणार्थी संकट और आतंकवादी घटनाओं में बढ़ोत्तरी से मौतों की संख्या भी बढ़ी हैं। जिससे 2015 की तुलना में 2016 में शांति कम हुई है। आइपी फाउंडर स्टेव किलैला कहते हैं कि मध्य पूर्व के कारण ही दुनिया में शांति कम हो रही है। अगर हम पिछले 12 महीनों का हाल देखें तो हालात तनावपूर्ण ज्यादा हुए हैं।
10 साल की दशा देख हुआ सर्वे
इंस्टीट्यूट ऑफ इकनॉमिक्स एंड पीस नामक थिंक टैंक ने देशों में पिछले दस साल का सर्वे किया। जिसके आधार पर ग्लोबल पीसफुल इंडेक्स जारी की।
दुनिया के दस सबसे शांति वाले देशबोत्सवाना, चिली, कोस्टा रिका, जापान, मॉरीशस, पनामा, कतर, स्विटजरलैंड, उरुग्वे, वियतनाम।
इन आधार पर सबसे शांति वाले देश का मिला दर्जा
एक दूसरे के अधिकारों की स्वीकार्यता
भ्रष्टाचार का निम्न स्तर
सूचनाओं का मुक्त प्रवाह
गुड गवर्नेंस
ये देश बाह्य संघर्ष से जूझ रहे
रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम जैसे देश मिडिल ईस्ट में बाहरी संघर्ष का सामना कर रहे हैं। इन्हें वैश्विक आतंकवाद फैलाने वाले संगठनों की धमकी का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्राजील का प्रदर्शन पिछले एक साल के भीतर ज्यादा खराब हुआ।