नई दिल्ली : कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रही सरकार अब डिजिटल ट्रांजेक्शन के क्षेत्र में और आगे बढ़ना चाहती है। इसके संकेत नीति आयोग ने दे दिए हैं। प्रवासी भारतीय दिवस 2017 के मौके पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि साल 2020 तक हमें ट्रांजेक्शन और अन्य भुगतान के लिये भीतर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम और पीओएस मशीनों की जरूरत नही पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि 'फाइनैंशल टेक्नॉलजी और सोशल इनोवेशन दोनों ही मामलों में भारत बहुत बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इस व्यापक सोशल इनोवेशन की बदौलत भारत एक लंबी छलांग लगाएगा। मेरा मानना है कि 2020 तक आगामी दो-ढाई सालों में देश में इन सभी डेबिट कार्ड्स, क्रेडिट कार्ड्स, एटीएम मशीनों और पीओएस मशीन पूरी तरह अप्रासंगिक हो जाएंगे।'
अमिताभ कान्त ने कहा कि 'भारत में इन सभी चीजों की जरूरत नहीं रह जाएगी। भारत इस बारे में लंबी छलांग लगाएगा और हर भारतीय महज तीस सेकंड्स के भीतर अपने अंगूठे के इस्तेमाल से ट्रांजैक्शन कर रहे होंगे।' उन्होंने कहा भारत में एक अरब से ज्यादा मोबाइल फोन और बायोमीट्रिक है साथ ही भीम एप भी प्रणाली ट्रांजेक्शन के लिए अहम है।