"हम जो करते हैं, वह नगण्य है लेकिन हमारे लिए वह करना बहुत अहम है।" {161} "किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं।" {162}
"दुनिया की सबसे महंगी चीज कौन है।" {155} " व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है। वह जो सोचता है, वह बन जाता है।" {156} "कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता क्योंकि क्षमा शीलता ताकतवर
" झूठे व्यक्ति की ऊँची आवाज़ सच्चे व्यक्ति को चुप करा देती है, परंतु सच्चे" व्यक्ति का मौन झूठे व्यक्ति की जड़ें हिला देता है।" {153} "संसार में सुई बनकर रहिए कैंची बनकर नहीं... सुई दो को एक
भेदभाव तो मन का भाव है जो दे जाता हरदम घाव है राजा और प्रजा में भेदभाव अमीर गरीब , शासक शोषित चारों वर्णों में भेदभाव वर्णों में भी जातियों में भेदभाव बेटे बेटी में
"जो निशुल्क है वही सबसे ज्यादा कीमती है, नींद, शांति, हवा, और सबसे ज्यादा हमारी साँसें।" {145} "बहुत मुश्किल है उस इंसान को हराना, जिसे ठोकरों ने चलना सिखाया हो।" {146 } "ज़िन्दगी में किन ची
"आवश्यकताओं और इच्छाओं के बीच का अंतर समझ में आ गया तो मुश्किलें अपने आप कम हो जाएँगी।" {143} "संत और बसंत में एक ही समानता है जब बसंत आता है तो प्रकृति सुधर जाती है जब संत आते हैं तो संस्कृ
"कोई कुछ भी बोले अपने आप को शांत रखो क्योंकि धूप कितनी भी तेज हो समुंदर को कभी नहीं सुखा सकती।" {140} "खिचड़ी यदि बर्तन में पके तो बीमार को ठीक कर देती है, और अगर दिमाग़ में पके तो इंसान को
अनुभव के अध्यापक से सीख लेने वाला ठोकरों से बच जाता है। {123} गम को बांट कर पीने से... कड़वाहट कुछ कम हो जाती है। {124}
"शक्ति और विश्वास के बिना महान उद्देश्यों की पूर्ति असंभव है।" {110 } "किस्मत को जीतने के लिए निरंतर लक्ष्य पर एकाग्र दृष्टि की आवश्यकता होती है।" {111} " मैं आईने सा पवित्र उज्जवल हू
"मनुष्य का समय उसके कर्मों से बनता है... कर्म अच्छे रखो समय अपने आप अच्छा हो जाएगा।" {94} "नकारात्मक विचार दीमक की तरह धीरे-धीरे पूरे शरीर को खोखला कर देते हैं।" {95} "दुनिया उम्मीद पर टि
" मंदबुद्धि दुर्बुद्धि से ज्यादा सक्षम होते हैं।" {87} "स्वयं का अवलोकन मस्तिष्क के प्रदूषण को दूर करता है।" {88} "आंखों पर काली पट्टी बांधे हुए लोगों को सिर्फ अंधेरा दिखाई देता है। {89}
"दुनिया की सबसे तेज गति दुआ की है.. जो हृदय से जुबान तक पहुंचने से पहले ही ईश्वर तक पहुंच जाती है।" {78} "दिल पर लगी दीवारें... क्षमा, प्रेम अपनत्व से आसानी से गिराई जा सकती हैं।" {79 }
" खुश रहने से... खुश रखने की कला ज्यादा मुश्किल है।" {70} " रिश्तों को भावनाओं की तराजू पर तोला जाता है।" {71} "मन के हारे हार है मन के जीते जीत। जीत सको तो जीत लो अपने मन के मीत।"
"घाव को अगर समय पर नहीं भरा गया... तो नासूर बनकर फूटने पर प्रलय आ जाती है।" {30} "घर...घर वालों से होता है ईंट गारे से नहीं। वर...वरदान से होता है वरमाला से नहीं..।" {31}
जब भी ये मन उदास होता है यादों का साया आसपास होता है तेरे खयालों में डूब जाता है दिल वो पल मेरा बहुत खास होता है खुलते बंद होठों की अनकही लरजते जिस्म की वो कंपकंपी
दुख के काले बादल बीच निकलेगा फिर सुख का चांद। करो प्रतीक्षा श्रमरत रहकर मत डालो आलस का बांध शत्रु है यह जीवन का दीमक सम यह लगता है। धीरे-धीरे खाता मन को काया को यह हरता है। कमजोर इच्छा शक्त
शब्द कभी मरते नहीं हैं ताउम्र जीवित रहते हैं शब्द। कब्र से निकलकर भी खड़े हो जाते हैं शब्द। शब्द कभी गिड़गिड़ाते कभी मुस्कुराते हैं शब्द। शब्द कभी मरते नहीं है ताउम्र जीवित रहते हैं शब्द।
भेदभाव करने का नहीं उठता प्रश्न। रक्त में संचरित दोनों का अंश। बेटा बेटी एक समान दोनों पर है अभिमान। एक ही बगिया के दो फूल दोनों हरते हृदय शूल। कोख में रख नौ माह सींचा खून पसीने से। पा
कुछ तुम बदलो कुछ हम बदले... बदलेगा जमाना। जैसा सोचा-जैसा चाहा फिर आएगा जमाना। आकाश को छूने चला किस बात का डर राही। हौंसला ले डर से अपने चूम बुलंदियों को राही। घबरा मत राह-रोड़ो से सुपथ
बावरा मन भटके फूल-फूल कली- कली। किसको यह ढूंढे नगर-नगर गली- गली। सांसों की डोर बंधी इनके पग घुंघरू से। जीवन में रस घुला खिलखिलाती खुशबू से। नन्हें-नन्हें पंखों से जब यह छम छमाए। देखते ही प्यार