एक बार एक साँप जंगल में घूम रहा था। उसे भूख लगी थी और वह खाने की तलाश में था। तभी उसे एक मकड़ी दिखाई दी। साँप ने सोचा कि उसे यह मकड़ी अपना शिकार बनाएगी। लेकिन मकड़ी बहुत चतुर थी।
मकड़ी ने साँप को एक चालाक प्लान बनाने के लिए धोखा दिया। उसने साँप से कहा कि वह उसे खाने से पहले एक गाना गाएँ। साँप ने सोचा कि यह बहुत आसान है और उसने गाना गाना शुरू कर दिया। जब साँप गाना गा रहा था, तब मकड़ी ने उसे अचानक पकड़ लिया।
साँप ने मकड़ी को पूछा, "तुमने मुझे क्यों धोखा दिया?" मकड़ी ने कहा, "मैंने तुम्हें धोखा नहीं दिया। मैंने तुम्हारे गाने को नहीं सुना था, मैं तुम्हें अपनी चालाकी से फंसाना चाहती थी।"
साँप ने यह समझ लिया कि वह मकड़ी से बहुत बच्चे हैं। वह मकड़ी को माफ कर दिया और उसे चले जाने के लिए कहा। इससे मकड़ी ने अपनी चालाकी से साँप को फंसा लिया था।
जैसे ही मकड़ी चली गई, साँप ने अपने आप को खुशकिस्मत समझने लगा कि उसने मकड़ी को माफ कर दिया और अब वह स्वतंत्र है। लेकिन फिर उसे एक विचार आया कि क्या यदि वह फिर से किसी अन्य चालाक जानवर की शिकार बन गया।
इसलिए, साँप ने अपनी सोच को बदलने का फैसला किया। वह अब अपने बुद्धिमान दिमाग का इस्तेमाल करने लगा। वह सोचता रहा कि कैसे वह अगली बार किसी चालाक जानवर से बच सकता है।
फिर एक दिन, साँप ने एक लोमड़ी को देखा। उसे याद आया कि उसने कहीं पढ़ा था कि लोमड़ी बहुत चालाक होती है। साँप ने लोमड़ी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन लोमड़ी उससे बच गई।
इससे साँप को यह समझ में आया कि वह अपनी चालाकी से किसी भी जानवर को फंसा सकता है, लेकिन लोमड़ी की तरह सोचते हुए। अब साँप भी बहुत चालाक हो गया था।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि बुद्धिमान बनने से हम किसी भी चालाकी से बच सकते हैं।
परिस्थितियों से निपटने के लिए, हमें अपने बुद्धिमान दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए। साँप की यह कहानी हमें यह भी बताती है कि हमें अपने अंदर के ताकतों को खोजना चाहिए और उनका सही इस्तेमाल करना चाहिए।
इस कहानी से हमें यह भी सीख मिलती है कि हमें किसी के बारे में भी गलत धारणाओं से बचना चाहिए। जैसे साँप को मकड़ी के बारे में गलत धारणा थी, वैसे हमें भी लोगों को सिर्फ उनके दिखावे से नहीं जानना चाहिए। हमें लोगों को उनकी सही वास्तविकता में जानने की कोशिश करनी चाहिए।
इसी तरह से, हमें अपनी जीवन में चालाकी से काम लेने की बजाय सच्चाई और ईमानदारी से काम लेना चाहिए। हमें संयम और धैर्य से अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते जाना चाहिए।
इस तरह से, साँप की मकड़ी पर कहानी हमें कई महत्वपूर्ण सीख देती हैं। यह एक बहुत ही रोचक और शिक्षाप्रद कहानी है।