रांची ब्यूरोः आदिवासी आक्रोश रैली में जाने से एहतियातन पुलिस ने रोका तो ग्रामीण भड़क उठे और जानलेवा हमला बोल दिया। पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश की। मजबूरन पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। जिसमें एक की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस का कहना था भीड़ में नक्सली शामिल थे।
ढाई घंटे तक जवानों को बनाया बंधक
वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह आक्रोशित गांव वाले जवानों को बंधक बनाकर उन्हें गोपनीय स्थान पर ले जा रहे हैं। भीड़ ने डीएसपी विजय आनंद व उनके बाडीगार्ड नागेंद्र शर्मा पर हॉकी स्टिक से हमला कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने जान बचाने के लिए फायरिंग की। इस दौरान कोलमे गांव के अब्राहम मंडू की मौत हो गई। खूंटी एसपी अनिश गुप्ता का कहना है कि पुलिस ने बचाव में फायरिंग की। नहीं तो कई पुलिस वाले मारे जाते। उन्होंने कहा कि उग्र ग्रामीणों में कई नक्सली शामिल थे।