नई दिल्लीः यूपी में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच एमएलसी उदयवीर सिंह ने लेटरबम फोड़ा है। जिस मुलायम सिंह की अंगुली पकड़कर राजनीति का ककहरा सीखा, उन्हें ही उदयवीर ने पत्र लिखकर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़कर संरक्षक बनने की सलाह दी है। कहा है कि अब समय आ गया है कि आप अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दीजिए। इस पत्र के बाद अनुशासनहीनता के मामले में उदयवीर के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है। कहा जा रहा है इस गुस्ताखी पर मुलायम सिंह यादव उदयवीर को निलंबित कर सकते हैं।
अखिलेश के खिलाफ सबको भड़का रहीं सौतेली मां
एमएलसी उदयवीर सिंह ने पत्र में मुलायम की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता को पूरे विवाद का मुख्य किरदार बताया है। मुलायम को संबोधित पत्र में कहा है कि आपकी दूसरी पत्नी यानी अखिलेश के साथ सौतेला बर्ताव कर रहीं हैं। 2012 में अच्छे नतीजे आए तो अखिलेश कहते थे कि आप सीएम बनेंगे जबकि आप अखिलेश को बनाना चाह रहे थे। जैसे ही बात सार्वजनिक हुई तो अखिलेश के खिलाफ घर में ही साजिश शुरू हो गई। अखिलेश की सौतेली मां साधना गुप्ता तो खुलकर सामने नहीं आ सकीं मगर उनके इशारे पर शिवपाल ने अखिलेश के कदम पर रोड़े अटकाने शुरू किए। आप ने भी उनकी झूठी बातों में आकर कई बार सार्वजनिक रूप से अखिलेश को हतोत्साहित किया।
अखिलेश के खिलाफ बड़ी साजिश
उदयवीर ने मुलायम सिंह यादव को लिखा है कि ....पारिवारिक ईर्ष्या से ऊर्जा प्राप्त शिवपाल की महत्वाकांक्षा मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही अखिलेश का पीछा कर रही है। समय के साथ आपकी पत्नी, पुत्र, पुत्रवधू और आपके भाई के साथ उनके रिश्तेदार और अवसरवादी नेता, ठेकेदार आपस में गठजोड़ कर अखिलेश के खिलाफ साजिश करते गए। आप अखिलेश को इन लोगों के दबाव में कई बार अपमानित किया लेकिन उनकी तरफ कभी ध्यान नहीं दिया।
2007 में दूसरी पत्नी के बारे में मुलयाम ने किया था खुलासा
2003 में मुलायम सिंह यादव की पहली पत्नी यानी अखिलेश की मां का बीमारी से निधन हो गया था। इससे पहले 1988 में मुलायम को दूसरे पत्नी साधना गुप्ता से प्रतीक के रूप में 1988 में ही बेटा पैदा हो गया था। मगर मुलायम और अमर सिंह के अलावा यह बात किसी को पता नहीं थी। जब 2007 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई को हलफनामा देने की जरूरत पड़ी तब मुलायम ने प्रतीक यादव को बेटा और साधना गुप्ता को दूसरी पत्नी बताया।