लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मंगलवार को उस समय तगड़ा झटका लगा, जब पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ श्वेता सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ही इस्तीफा दे दिया.श्वेता का आरोप है कि पार्टी में उनके जैसे काम करने वाले लोगों की अब शायद जरूरत ही नहीं है. उनके साथ पिछले कुछ समय में पार्टी और पार्टी पदाधिकारियों के व्यवहार से वह आहत हैं, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है.
दरअसल डॉ श्वेता सिंह शिवपाल खेमे की नेता मानी जाती हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने श्वेता सिंह को लखनऊ पूर्वी से सपा प्रत्याशी घोषित किया था. लेकिन इसके बाद अखिलेश की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर ताजपोशी होने से स्थितियां बदल गईं.चुनाव से ठीक पहले सपा ने कांग्रेस से गठबंधन किया और पार्टी ने श्वेता सिंह का टिकट काट दिया. उनकी जगह अनुराग सिंह भदौरिया को टिकट दिया गया, जो कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे. हालांकि अनुराग को भी हार का ही सामना करना पड़ा.श्वेता सिंह इससे पहले सपा महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं, साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य भी रहीं. उनकी मां मालती सिंह तीन बार से पार्षद रही. उनके चुनाव का मैनेजमेंट श्वेता ही संभालती रहीं. 2010 से श्वेता सक्रिय राजनीति में रहीं.