नई दिल्लीः स्वराज इंडिया मुहिम चला रहे योगेंद्र यादव ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप मढ़ा है। तर्क देते हुए कहा है कि अगर केजरीवाल सरकार दलित विरोधी न होती तो फिर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की संख्या में 70,000 से अधिक की कमी क्यों करती।
आंकड़े बोलते हैं
योगेंद्र यादव ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि 2014-15 में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों को दी गयी स्कूल छात्रवृत्तियों की संख्या7,50,021 थी जो 2015-16 में घटकर 6,79,976 हो गयी। यानी इसमें 70,045 की बड़ी कमी दर्ज की गयी। उधर दिल्ली सरकार ने आरोपों को लेकर कहा कि जानबूझकर गलत सूचना का प्रसार किया जा रहा है।