नई दिल्ली : ब्रिटिश संस्था ऑक्सफैम की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में हर 10 में से एक आदमी भूखा सोता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है अमीरी-गरीबी की बढ़ती खाई. गरीबी के लिहाज से दुनिया की आधी आबादी, यानी 3.6 करोड़ लोगों से ज्यादा संपत्ति सबसे अमीर सिर्फ 8 लोगों को पास है. इनमें से 6 अमेरिकी और एक-एक मेक्सिको व स्पेन के हैं. ऑक्सफैम ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में ये आंकड़े दिए हैं.
इस मामले में भारत भी पीछे नहीं है. भारत में मोदी सरकार आने के बाद गरीबो की तुलना में 182 गुना बढ़ी अमीरों की संपत्ती. यहां 1 फिसदी अमीरों के पास देश की 58 फिसदी संपत्ति है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की 99 फिसदी संपत्ति सिर्फ 1 फिसदी अमीरों के पास है. इसमें यह भी कहा गया है कि गरीबों की तुलना में अमीरों की आमदनी 182 गुना बढ़ी है. यह रिपोर्ट दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक शुरू से एक दिन पहले जारी हुई है.
मुकेश अंबानी, रिलायंस
70 फिसदी आबादी के बराबर है 57 अमीरों की संपत्ति : भारत के 1% अमीर देश की 58% संपत्ति के मालिक हैं. 57 अरबपतियों के पास 14.69 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है. जो देश की संपत्ति के लिहाज से नीचे से 70 फिसदी आबादी की कुल संपत्ति के बराबर है. हर साल 11 फिसदी बढ़ रही है अमीरों की संपत्ति. अमीरों की संपत्ति घटी फिर भी भारत में 1% अमीरों के पास देश की 58% संपत्ति
पालोनजी मिस्त्री, शापूरजी की नेटवर्थ- 1.10लाख करोड़ रु.
अजीम प्रेमजी, विप्रो नेटवर्थ -1.13लाख करोड़ रु.
दिलीप सांघवी, सनफार्मा , नेटवर्थ - 1.14लाख करोड़ रु.