रांची : सीएम रघुवर दास ने पाकुड़ जिले में पहाड़िया भाईयो के बिच जाकर डाकिया योजना का शुभारंभ किया. सीएम ने यहां के एक गांव में मौजूद सभी 15 पहाड़िया परिवारों के घर जाकर स्वयं 35-35 किलो अनाज का वितरण किया. सीएम पहाड़िया परिवारों के घर जाकर उनसे रू-ब-रू हुए और उनकी जीवन शैली के बारे में जाना.
इस मौके पर सीएम रघुवर दास ने लिट्टीपाड़ा ब्लॉक स्थित छोटा सूरजबेड़ा गांव के पहाडिया परिवारों के बीच बैठकर उनसे पानी मांगकर भी पीया. इस दौरान सीएम को अपने झोपड़ी में देख कर गरीब पहाड़िया आदिवासी चौंक गए. उसने कहा सीएम साहब आप हम जैसे गरीब के घर , आगे उन्होनें सीएम से कहा साहब हमारे चार पीड़ियो ने स्कूल नहीं देखा. थोड़ी देर में एक महिला तांबे के लोटे से पानी लेकर आती है और सीएम कि ओर आगे बढाते हुए कहती है साहब पानी पी ले , सीएम रघुवर मुस्कुराते हुए महिला कि हाथो से लोटा ले लेते है और इत्मीनान से पानी पीते है इसे देख कर घर का मुखिया काफी खुश होता है.
सीएम ने कहा कि गरीब का रोना राने से गरीबी दूर नहीं होगी ब्लकि इसके लिए उन्हें संघर्ष करना होगा तथा शिक्षा व जागरूकता हासिल करनी होगी. सीएम ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा गरीब कल्याण वर्ष मनाया जा रहा है और डाकिया योजना के तहत सूबे के 70 हजार आदिम जन जाति पहाड़िया परिवारों के बीच 35 किलो मुफ्त अनाज का वितरण किया जाएगा. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने पहाडिया को सरकारी नौकरी में 2 फीसदी आरक्षण प्रदान किया गया है तथा पहाड़िया बटालिय का गठन कर यवतियों को भी रोजगार देने का अवसर प्रदान किया है.
बता दें, कि झारखंड में आदिम जनजाति आबादी को पूरी तरह से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए आज से राज्य की रघुवर दास सरकार ने एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है. इस योजना को आदिम जनजाति खाद्यान्न सुरक्षा योजना नाम दिया गया है, जिसके तहत सीधे तौर पर घर के द्वार तक अनाज पहुंचाया जायेगा, इसलिए इसे डाकिया योजना का भी नाम दिया गया है.