नई दिल्ली : भारत और चीन की लद्दाक सीमा में 55 चीनी सैनिकों के घुसने की खबर है। ख़बरों के मुताबिक लद्दाख के डेमचोक इलाके में एलएसी इन सैनिकों ने वहां चल रहे नहर का निर्माण कार्य रूकवा दिया। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी सैनिक भारतीय सीमा के अंदर घुसे थे लेकन सेना इसे मानने से इनकार कर रही है। लद्दाख के देमचोक क्षेत्र में चल रहे नहर निर्माण कार्य को लेकर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) आपत्ति जताई।
गौरतलब है कि भारतीय सैनिक लेह के 250 किलोमीटर पूर्व में स्थित देमचोक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के तहत ग्रामीणों के लिए ‘हॉट स्प्रिंग’ जल को जोड़ने के लिए एक सिंचाई नहर का निर्माण कर रहे थे। इस घटना के बाद भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों को चीनी सैनिकों को इलाके में रोकने के लिए पहुंचना पड़ा।
सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने अपने बैनर लगा दिए हैं और वे वहां डटे हुए हैं। सेना और आईटीबीपी के जवान चीनी सैनिकों को ‘एक इंच आगे’ नहीं बढ़ने दे रहे हैं। चीन दावा कर रहा है कि यह क्षेत्र उनका है। इस इलाके में इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है। जब पीएलए ने भारतीय कार्रवाई के विरोध में चार्डिंग, निलुंग नाला और ट्रैक जंक्शन में तंबू गाड़ने के लिए ताशिगोंग के ग्रामीणों को भेज दिया था।
इससे पहले अरूणाचल प्रदेश में देश की त्वरित हवाई परिवहन क्षमता में बड़ा विस्तार करते हुए विशालकाय सी-17 ग्लोबमास्टर विमान चीन-भारत सीमा से महज 29 किलोमीटर दूर मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड पर उतरा। केवल 4200 फुट लंबी लैंडिंग सतह के साथ 6200 फुट की उंचाई पर विमान उतरा और अधिक उंचाई पर कम स्थान में उतरने की अपनी क्षमता की पुष्टि की।