लखनऊ : महिला दिवस पर आज हम यूपी की एक ऐसी महिला की कहानी आपसे बयां करने जा रहे हैं, जिन्होनें ससुराल में टॉयलेट न होने की वजह से अपने पति का घर छोड़ दिया था. इस कमी को लेकर वह चर्चा में ही नहीं बल्कि नारी सम्मान को लेकर समाज के सामने एक प्रेरणा बनी. जी हाँ हम बात कर रहे हैं यूपी के महराजगंज जिले की प्रियंका भारती की. जिसकी एक जिद रंग लाई थी. उन्होंने जिले का नाम तो रोशन किया ही, साथ ही नारी शक्ति की प्रेरणास्रोत बन गईं. यही नहीं उनके खाते में कई उपलब्धियां भी जुड़ गईं.
100 फीसदी घरों में टॉयलेट
परतावल विकासखंड थाना क्षेत्र के विशुनपुर खुर्द गांव स्थित प्रियंका भारती का ससुराल है. उनकी जिद पर सवाल पूछने पर उन्होंने बताया कि साल 2012 में जिन गांवों में दो-चार टॉयलेट हुआ करते थे, आज उनके और सरकारी प्रयास से 100 फीसदी घरों में टॉयलेट हैं. प्रियंका ने बताया कि उनका बाल विवाह हुआ था, लेकिन गवना 5 साल बाद बालिग होने पर 2012 में हुआ। ससुराल में टॉयलेट न होने पर उन्होंने पति और ससुर से पहले दिन से ही टॉयलेट बनवाने के लिए कहना शुरू किया.
(महिला दिवस पर विशेष) टॉयलेट को लेकर छोड़ा था ससुराल
जब शौच के लिए 3 दिन तक घर से बाहर खुले खेतों में गईं, तो शर्मिंदगी महसूस होने लगी. इसके बावजूद ससुरालवालों ने इनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया, क्योंकि गांव में ही नहीं, आसपास के गांव में भी लोग शौच के लिए खुले में ही जाते थे. ऐसे में चौथे दिन प्रियंका ने बड़ा फैसला लिया और चौथे की रस्म के लिए पहुंचे अपने भाई के साथ मायके चली गई. मायके और ससुराल, दोनों जगहों पर प्रियंका के इस कदम को लेकर तंज कसा जाने लगा. लोग कई तरह की उलटी-सीधी बातें भी करने लगे. इन सब की परवाह किए बगैर प्रियंका अपने फैसले पर अडिग रहीं. उनका ये कदम अखबारों की सुर्खियां बना. इसके बाद सुलभ इंटरनेशनल तक ये बात पहुंची तो उन्होंने प्रियंकाके गांव में ही एक सम्मान समारोह आयोजित किया.
प्रियंका को बतौर ब्रांड एंबेसडर मुंबई का न्योता
इसके बाद उसे स्वच्छता अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अपनी संस्था से जोड़ लिया. प्रियंका कहती हैं कि मेरी जिद ने मुझे काफी चर्चा में ला दिया. मुझे सहायता भी मिली और ससुराल में टॉयलेट भी बन गया. बीते 17 जनवरी 2015 को मुंबई में आयोजित एक टीवी चैनल शो में महराजगंज जिले से बतौर ब्रांड एंबेसडर उन्हें मुंबई बुलाया गया. उन्होंने बताया कि इस दौरान अमिताभ बच्चन और जया बच्चन सहित देश की जानी-मानी हस्तियों से मिलकर बेहद खुशी हुई. तत्कालीन डीपीआरओ प्रभाकर ने हमें भरे मंच से महराजगंज जिले से स्वच्छता अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था, लेकिन दुख इस बात का है कि आज तक न तो मुझे कोई प्रमाण-पत्र दिया गया और न ही किसी प्रकार की कोई सरकारी सहायता ही दी गई.
स्वच्छता अभियान की प्रेरणाश्रोत बनी प्रियंका
प्रियंका ने बताया कि सुलभ इंटरनेशनल ने मेरे घर पर बाथरूम और टॉयलेट बनवाने के साथ ही दो छोटे कमरों का निर्माण करवाया था. साल 2012 में सुलभ इंटरनेशनल के डॉ. विन्देश्वर पाठक ने 2 लाख रुपए इनाम दिया था. वे स्वच्छता अभियान के लिए हमें प्रतिमाह 10 हजार रुपए देते हैं, लेकिन उन्होंने 5 साल तक ही मदद करने को कहा है.प्रियंका की कोशिश से खुश होकर एक्ट्रेस विद्या बालन, अखिलेश यादव और डिंपल यादव भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं. यही नहीं कई विदेशी महिलाओं ने भी प्रियंका से मिलकर उनके इस कोशिश की सराहना की है.