“मुझे मौत मंजूर थी पर बेबसी का ये एहसास नहीं...,
मौत भी इतनी बुरी नहीं होती होगी...जितनी तुझसे जुदाई थी।”
18 फरवरी 2016
“मुझे मौत मंजूर थी पर बेबसी का ये एहसास नहीं...,
मौत भी इतनी बुरी नहीं होती होगी...जितनी तुझसे जुदाई थी।”
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स्टेट बैंक से २०१४ में रिटायर किया हूँ।बिहार से हूँ और फिलहाल रांची में रहता हूँ।D