नई दिल्लीः समाजवादी पार्टी में अखिलेश युग शुरू होने के बाद हाशिए पर चले गए चाचा शिवपाल यादव ने नई पार्टी बनाने का एलान किया है। उन्होंने जसवंतनगर सीट से नामांकन के बाद भारी मतों से खुद की जीत का दावा किया। काफी तेवर में दिखे शिवपाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए निराशा से बाहर आने की सलाह दी। कहा कि बुरे दिन खत्म होंगे। इस दौरान शिवपाल ने पार्टी के बागी नेताओं के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए उन्हें शुभकामनाएं भी दीं।
चुनाव के बाद बनाएंगे नई पार्टी
शिवपाल यादव ने कहा कि वह फिलहाल पार्टी के सिंबल पर ही लड़ेंगे। मगर 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाएंगे। मतलब कि चुनाव परिणाम का इंतजार करने के बाद। माना जा रहा है कि शिवपाल यादव को इस बार चुनाव में हारने का खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि अब भी तमाम कार्यकर्ता दो गुटों में बंटने के कारण असमंजस की स्थिति में हैं। वहीं तमाम पुराने नेताओं का भी टिकट कटने से उनके समर्थकों में असंतोष हैं। अंबिका चौधरी जैसे सीनियर नेता भी पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा चुके हैं। ऐसे में शिवपाल सोच रहे हैं कि पार्टी अगर हारती है तो अखिलेश के रवैये पर ठीकरा फोड़ने के बाद नई पार्टी बनाएंगे। ताकि अखिलेश के विरोधी समाजवादी धड़ा उनके साथ कदमताल करे।
कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करेंगे शिवपाल
मुलायम की तरह शिवपाल भी सपा-कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ हैं। इस नाते उन्होंने इटावा में समर्थकों से कह दिया है कि वे सपा समर्थित कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे। सपा के जो प्रत्याशी बुलाएंगे उनके प्रचार के लिए संबंधित इलाकों में जाएंगे।