रांची : 15 लाख रुपए के इनामी नक्सली कुंदन पाहन उर्फ विकास पाहन ने सरेंडर करने से पहले एक पूर्व मुख्यमंत्री से बातचीत की थी. पूर्व सीएम ने भी उसे सरेंडर करने का सुझाव दिया. पूर्व सीएम ने कुंदन पाहन से साफ कहा कि अगर जीना है, तो हथियार डाल दो, वर्ना मारे जाओगे. पुलिस का तेवर बदल चुका है. पूछताछ में कुंदन पाहन ने पुलिस के समक्ष यह खुलासा किया.
आईपीएस स्तर के तीन अधिकारी उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं. उसकी चल और अचल संपत्ति के बारे में भी पूछताछ की जा रही है. लेवी देने वालों और मददगारों, पनाह देने वालों और सहयोगियों के बारे में भी जानकारी ली जा रही है. संगठन से निकाले जाने के बारे में भी पुलिस जानकारी हासिल कर रही है. पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाली जानकारियां पुलिस को दे दी है, जिस पर पुलिस की अलग -अलग टीम काम कर रही है.
पांच करोड़ और सोना कैसे खपाया, पता लगा रही पुलिस
पुलिस यह पता लगा रही है कि 21 मई 2008 को रांची -टाटा हाई वे पर एक लाइन होटल के पास से आईसीआईसीआई बैंक के कैश वैन को अगवा कर पांच करोड़ रुपए और सवा किलो सोना लूटने के बाद उसने उसे कहां और कैसे खपाया. लूट के रुपए बंटवारे को लेकर कुंदन की अपने करीबी दोस्त राजेश टोप्पो से भी अनबन हो गई थी. इसके बाद ही राजेश ने अलग दस्ता बना लिया था. उस समय राजेश की पत्नी कांटाटोली के नर्सिंग होम में भर्ती थी. राजेश ने इलाज पर हो रहा खर्च कुंदन से मांगा था, लेकिन उसने दिया नहीं. इस बात की शिकायत राजेश टोप्पो ने संगठन के शीर्ष नेताओं से कर दी थी. इसके बाद राजेश टोप्पो मारा गया था. उसके मारे जाने की भी अलग कहानी है.