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सुरक्षित नहीं लडकिया

17 दिसम्बर 2021

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अरे लड़कियों को आज 
भी आजादी नहीं मिली
समाज में बेटी सुरक्षित
होकर कभी नहीं खिली
हर रोज उनके जिस्म के 
साथ खेला जाता है
क्यों हर दुख लड़कियों के  
द्वारा ही झेला जाता है
क्यों समाज में लड़कियों 
पर ही अत्याचार होता है
हर रोज कितनी लड़कियों 
का बलात्कार होता है
अरे बलात्कारी खुलेआम 
घूमकर खुद को महान जताते हैं
समाज में लड़की को ही 
क्यों चरित्रहीन बताते हैं
यह देख दुनिया बलात्कारियों 
को आखिर क्यों नहीं कुछ कहती हैं
आखिर एक लड़की ही क्यों सारे
दुख अकेली ही सहती है


अभिषेक मानधनियां


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मैं इस किताब के माध्यम से अपने मन के भाव ,कविता , कहानी और शब्दों को अपनी कलम की आवाज से आप सभी को समर्पित करना चाहता हूं

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