नई दिल्ली: तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री ईके पलनीसामी ने विश्वासमत हासिल कर लिया है. बिना विपक्ष की मौजूदगी में पलनीसामी ने 234 सदस्यों वाली विधानसभा में आधे से ज़्यादा विधायकों का बहुमत हाासिल कर लिया है. इससे पहले इस दौरान अराजक स्थिति देखने को मिली. पलनीसामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. पलनीसामी को विधानसभा में शनिवार को बहुतम साबित करना है लेकिन भारी हंगामे के कारण बार-बार सदन की कार्यवाही भी स्थगित हुई.इससे पहले विपक्षी दलों द्वारा विधानसभा में गुप्त मतदान की भी मांग की. सदन में कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद पलानीस्वामी ने बहुमत साबित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद विपक्ष के नेता एम.के.स्टालिन ने उनके साथ तीखी नोकझोंक की और विधानसभा अध्यक्ष पी.धनपाल से गुप्त मतदान कराने का आग्रह किया.यानी तमिलनाडु के 7.5 करोड़ लोगों की नज़र आज विधानसभा पर थी...
विश्वास मत पर Live Updates
- 122 विधायकों के साथ हासिल किया विश्ववासमत
-विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है-विधानसभा 3 बजे तक स्थगित
-डीएमके विधायक धरने पर बैठे
-स्पीकर ने डीएमके विधायकों को सदन से बाहर निकलवाया
-विधानसभा के बाहर 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया
-स्पीकर पी धनपाल ने कहा कि मैं सदन की कार्यवाही के संचालन के लिए बाध्य हूं. मेरे साथ क्या हुआ, मैं किसी बताने जाऊं. मेरी कमीज फाड़ दी गई और मेरा अपमान किया गया
-विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है
-विधानसभा में भारी हंगामा के बाद एक घायल अधिकारी को अस्पताल ले जाया जा रहा है
-विधानसभा की कार्यवाही अस्थायी रूप से भारी हंगामे के बाद रोक दी गई है
-पलानीस्वामी और सीनियर मंत्रियों के बीच बैठक जारी
-डीएमके के विधायक कु का सेल्वम विरोध में स्पीकर की कुर्सी पर जा बैठे
-विधानसभा को 1 बजे तक के लिए स्थगित किया गया
-हंगामे के बाद स्पीकर विधानसभा से बाहर निकल गए
-विधानसभा में जबरदस्त हंगामे के बाद तोड़-फोड़ शुरू हो गई. स्पीकर के सामने वाली टेबल-कुर्सियां तोड़ी गईं
-तमिलनाडु विधानसभा के प्रेस कक्ष में रखे ऑडियो स्पीकर का कनेक्शन काट दिया गया है
-पन्नीरसेल्वम ने स्पीकर से मांग की है कि शक्ति परीक्षण से पहले विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्रों में जाने दिया जाए. लोगों का मन जानने के बाद फ्लोर टेस्ट कराया जाए.
-कांग्रेस ने भी गुप्त मतदान की मांग की
-विश्वास मत एक दिन के लिए टालने की DMK की मांग खारिज
-स्टालिन ने कहा कि सदन में शक्ति परीक्षण किसी और दिन किया जाना चाहिए, इसके लिए राज्यपाल ने 15 दिन का समय दिया है
-स्पीकर ने गुप्त मतदान की मांग खारिज की
-विधानसभा परिसर के सभी दरवाजे बंद किए गए
-पन्नीरसेल्वम खेमे ने गुप्त मतदान की मांग की
-तमिलनाडु विधानसभा में ना घुसने देने पर मीडियाकर्मियों और पुलिसवालों के बीच झड़प
-सदन में पन्नीरसेल्वम को मिला डीएमके का समर्थन
-सदन में डीएमके हंगामा
-तमिलनाडु विधानसभा का विशेष सत्र शुरू, पलानीस्वामी ने पेश किया विश्वासमत प्रस्ताव
-सीएम पलानीस्वामी ने मजदूर नेता सिंगरावेलार को 158वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि
-देरी के चलते मंदिर नहीं गए पन्नीरसेल्वम
-विधानसभा गेट पर स्टालिन की गाड़ी की तलाशी, डीएमके विधायक हुए नाराज
-कांग्रेस ने किया पलानीस्वामी के खिलाफ वोटिंग का औपचारिक ऐलान
-डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन विधानसभा पहुंचे
-बीवी आचार्य का बयान - ये नहीं कहा जा सकता कि अपनी मर्जी से वोट करेंगे शशिकला खेमे के विधायक. शशिकला के खिलाफ आय से अधिक मामले में सरकारी वकील थे आचार्य
-विधानसभा जाने से पहले मंदिर जाएंगे पन्नीरसेल्वम
- 30 कारों में रिजोर्ट से रवाना हुए शशिकला समर्थक विधायक
-सभी नेता, कार्यकर्ता पन्नीरसेल्वम के साथ- पूर्व मंत्री मोफई पंड्यन का बयान
-राज्य सचिवालय पहुंचे मुख्यमंत्री पलानीस्वामी
-तमिलनाडु सचिवालय के बाहर कड़ा पहरा
तमिलनाडु का अंक गणित?
कुल 235 सदस्यों वाली तमिलनाडु विधानसभा में आज शशिकला के समर्थन वाले विधायकों की अगुवाई कर रहे पलानीस्वामी को कुर्सी बचाने के लिए 118 सदस्यों के समर्थन की ज़रूरत है. लेकिन जयललिता की सीट फ़िलहाल खाली है और बीमार चल रहे डीएमके नेता करुणानिधि के सत्र में शामिल होने की उम्मीद कम है. यानी बहुमत का जादुई आंकड़ा घटकर 117 हो गया है. पलानीस्वामी खेमा शुक्रवार तक पार्टी के कुल 134 विधायकों में से 124 के समर्थन का दावा कर रहा था. लेकिन पार्टी विधायक और राज्य के पूर्व डीजीपी आर. नटराज के पाला बदलकर पन्नीरसेल्वम खेमे में जुड़ने के बाद ये संख्या 123 रह गई है.
क्या होगा सत्र के दौरान?
विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग वैसे तो 10 मिनट में पूरी हो सकती है. लेकिन अगर बहस हुई तो फ़ैसला आने में कई घंटे भी लग सकते हैं. हालांकि तमिलनाडु की सियासत की अनिश्चितता को देखते हुए इसकी उम्मीद कम ही है. इस बात की पूरी आशंका है कि सदन की कार्यवाही की शुरुआत ही हंगामे से हो. अगर पलानीस्वामी समर्थक एमएलए पाला नहीं बदलते तो पन्नीरसेल्वम के साथ जुड़े 11 एमएलए अयोग्य घोषित हो जाएंगे और उन्हें उप-चुनाव का सामना करना होगा. अगर पलानीस्वामी विश्वास मत हार जाते हैं तो विधानसभा को स्थगित करके 6 महीने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है. अगर पलानीस्वामी दूसरी पार्टियों से क्रॉस- वोटिंग के चलते जीतते हैं तो उनकी सरकार बच जाएगी. हालांकि ऐसी सूरत में वो उनका राज कितने दिन चलेगा, इस पर शंका बनी रहेगी.
क्या है दूसरी पार्टियों का स्टैंड
98 सदस्यों वाली डीएमके ने विश्वास मत के प्रस्ताव का विरोध करने का ऐलान किया है. 8 एमएलए वाली कांग्रेस और डीएमके की सहयोगी पार्टी कांग्रेस का एक धड़ा शशिकला धड़े के समर्थन की मांग कर रहा था. लेकिन पार्टी हाईकमान ने विश्वास मत के खिलाफ वोटिंग करने का निर्देश दिया था. वहीं पन्नीरसेल्वम खेमे ने स्पीकर से सीक्रेट वोटिंग करवाने की मांग की है.