नई दिल्ली : दवाओं की बढ़ती मांग के चलते देश की फार्मा कंपनियों में भी अपनी दवाये बेचने की होड़ लगी हुई हैं। ये दवाएं आपके लिए कितनी सुरक्षित हैं इसकी असलियत दवा नियामक (ड्रग रेगुलेटर) की जाँच में सामने आया है। ड्रग रेगुलेटर ने अपनी जांच में पाया है कि देश की टॉप दवा बनाने वाली कंपनियों घटिया गुणवत्ता की दवाइयां बना रही हैं जो बेहद हानिकारक हो सकती हैं।
रेगुलेटर ने पाया कि इस साल मार्च के बाद सात राज्यों में 18 दवा कंपनियों द्वारा 27 दवाइयों में झूठी लेबलिंग, सामग्री, मलिनकिरण, नमी जैसी कमियां पायी गई हैं। ऐसा करने वालों में देश की विश्वसनीय मानी जाने वाली अबॉट इंडिया, जीएसके इंडिया, सन फार्मा, सिप्ला और ग्लेनमार्क फार्मा सहित 18 कंपनियां हैं।
जांच के दौरान इनकी दवाएं फेल पायी गई। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 18 में से सिर्फ दो कंपनियों ने कहा है कि उन्होंने इन दवाओं को बेचना बंद कर दिया है। ड्रग रेगुलेटर द्वारा इन 27 दवाओं का टेस्ट महाराष्ट्र, कर्नाटक, वेस्ट बंगाल, गोवा, गुजरात और आंधप्रदेश में लिया गया।