लखनऊ : कौशाम्बी जिले के थाना चरवा श्रेत्र के भैरव भीटी पर चैम्पियन ढाबा में अवैध कार्यों को लेकर थानेदार और उनके चहेते दरोगा का नाम सुर्खियों में चल रहा है. अवैध वसूली का जिम्मा थानेदार ने इस दरोगा को सौंप दिया है. इलाके में बुध्दजीवियों के बीच में साहब का वो कारखास दरोगा चर्चाएं आम है. थाना चरवा श्रेत्र में हो रहें अवैध कार्य संगठित अपराध के बारे में साहब को जानकारी हो या न हो, लेकिन साहब की सरकारी गाड़ी को लेकर इन अवैध डीजल, पेट्रोल, साल्वेंट गांजा, जुआं का सट्टा, शराब की भट्टी व हत्या यहां तक की समाज के लिए अभिशाप मानें जाने वाले ऐसे कार्य, जिन्हें समाज का बुध्दिजीवी तप का बुरी निगाह से देखते हैं. ऐसे अपराध के संचालन कर्ता से साहब के नाम पर सुर्खियों में चलने वाला दरोगा अवैध वसूली कर अपराध को बढ़ावा देने का काम कर रहा है.
थानेदार का दरोगा करता है अवैध वसूली
सूत्रों की माने तो साहब के उक्त दरोगा को खुली छूट मिली हुई है. यह बात नहीं स्पष्ट हो सकती कि साहब अवैध वसूली की यह रकम बड़े साहब तक मतलब हाकिम तक पहुंचाते हैं या नहीं, लेकिन इलाकें में हो रही चर्चाओं पर यदि गौर करें तो साहब का भी संगठित अपराध के संचालन कर्ताओं पर निर्देश होता है कि ये रकम अपनी तिजोरी में नहीं बल्कि बड़े साहब तक पहुंचाई जाती है. हलाकि इसमें कितनी सच्चाई है यह तो स्पष्ट नहीं किया जा सकता, लेकिन इलाके में हो रहे संगठित अपराध थाना चरवा के बीच में संचालन हो रही चाय नास्ता व भोजन की चैम्पियन होटल व दुकान से ही मास्टर माइंड अंजाम दे रहा है.
डीजल - पेट्रोल चोरी का चल रहा है खेल
बताया जाता है कि झलवा में संचालित इण्डेन आयल की कम्पनी से डीजल पेट्रोल लादकर टैंकर से सप्लाई करने वाले चालक मास्टर माइंड की सेटिंग से भैरव भीटी चैम्पियन होटल पर ही आधे दाम पर 100 लीटर से 200 लीटर तेल बेंच कर चले जाते हैं. हां ए बात सत्य है इस खेल में मास्टर माइंड सरकार द्वारा निर्धारित रकम यदि पेट्रोल 80 रूपए है तो मास्टर माइंड चालक से सेटिंग कर 40 रूपए में खरीदनें के बाद उसे फुल दाम पर बेंचकर लाखों की रकम कमाने के बाद साहब की तिजोरी और अपनी तिजोरी फुल करने का काम कर रहा है. जिसकी वसूली की जिम्मेदारी साहब ने दरोगा के कन्धे पर डाल रखी है. हलाकि यदि जिले के बड़े जिम्मेदार पुलिस अधीक्षक इसकी निष्पक्ष जांच कराएं तो शायद थानेदार व थानेदार के कारखास दरोगा पर कार्यवाही की गाज गिर सकती है