नई दिल्ली: देवभूमि उत्तराखण्ड के नए देव यानी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जैसे ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के घर जाकर मुलाक़ात की तो जनपथ में पहाड़ का जमावड़ा दिखने लगा। । इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री डोभाल ने उत्तराखण्ड के विभिन्न मुद्दो पर चर्चा की। दोनों के बीच हुई इस मुलाक़ात का मजमून था पहाड़ ही, क्योंकि मुलाक़ात में आंतरिक सुरक्षा से लेकर पहाड़ी पलायन तक की बात हुई, यानी दिल्ली के जनपथ आज किस तरीके से उत्तराखण्ड में देखते ही देखते तबदील हो गया यह किसी को आखिरी तक पता नहीं लगा।
CM TSR और डोभाल के बीच हुई मुलाक़ात में गर्मजोशी भी देखने को मिली तो पहाड़ी दर्द भी। इस मुलाक़ात में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा पर चर्चा की। उत्तराखण्ड राज्य की सीमांए नेपाल और चीन को छूती हैं, ऐसे में सीमा पर चर्चा होगा लाजमी है साथ ही दोनों के बीच राज्य में बढ़ रहे पलायन को लेकर भी चर्चा हुई। सूत्रों कि मानें तो सीएम टीएसआर को मुख्यमंत्री बनाने के बाद उत्तराखण्ड पर किस तरह से निग़रानी रखनी है यह काम अजीत डोभाल के ही ज़िम्मे है, जो कि वह कर भी रहे हैं।
दरअसल, सीएम रावत पहले भी कई दफा राज्य से बढ़ते पलायन पर चिंता जाहिर कर चुके हैं और भरोसा जता चुके हैं कि उनकी सरकार व केंद्र सरकार मिलकर पलायन पर रोक लगाएगी। बता दें कि एनएसए अजीत डोभाल और सीएम त्रिवेंद्र रावत उत्तराखंड के पौड़ी जिले के मूल निवासी हैं। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उत्तराखण्ड के राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री धन सिंह रावत, उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव एस.रामास्वामी आदि उपस्थित थे।