नई दिल्ली : लीकर किंग विजय माल्या की किंगफ़िशर एयरलाइंस को दिए 1201 करोड़ रुपए के लोन को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने खाते से हटा दिया है। जिसकी अब कभी वसूली नहीं होगी। ऐसे कुल 7,000 करोड़ रुपए के लोन माफ़ किए गए हैं।
7 हजार करोड़ रुपये के लोन को SBI ने हटाया बैलेंस शीट से
डीएनए में छपी खबर के मुताबिक एसबीआई ने अपने टॉप 100 डिफॉल्टर्स में से 63 लोगों के सात हजार करोड़ रुपए से अधिक के लोन को अपनी बैलेंस शीट से हटा दिया है। ऐसा एसबीआई ने अपनी बकाया धनराशि को मृत घोषित मानते हुए किया है। जिसके चलते यह बात साफ हो रही है कि एसबीआई ने यह जानबूझकर किया है।
एसबीआई ने 63 डिफाल्टरों के कर्ज माफ़ किये
रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई के 63 डिफाल्टरों का पूरा कर्ज छोड़ दिया है। वहीं 31 कर्जदारों का लोन आंशिक तौर पर छोड़ा गया है। छह अन्य कर्जदारों पर बकाया लोन को नॉन पर्फार्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया गया है। 30 जून 2016 तक एसबीआई 48 हजार करोड़ रुपये का बैड लोन माफ कर चुका है। हालांकि ये लोन कब माफ किए गए इसकी तारीख नहीं बताई गई है।
माल्या जैसे बड़े डिफॉल्टर्स के लोन माफ
एक तरफ जहां केंद्र सरकार द्वारा बड़े नोट बंद किए जाने की वजह से देश की जनता बैंकों के सामने लाइन लगाकर खड़ी है। किसी के बच्चे बिना पैसे दूध से तड़प रहे हैं तो कोई लाइन में लगे-लगे दम तोड़ रहा है। वहीं विजय माल्या जैसे बड़े डिफॉल्टर्स के लोन माफ कर उन्हें राहत दी जा रही है।
जिन लोगों का कर्ज छोड़ा गया है. उनमें किंगफिशर एयरलाइंस ( करीब 1201 करोड़ रुपये), केएस ऑयल (596 करोड़ रुपये), सूर्या फार्मास्यूटिकल (526 करोड़ रुपये), जीईटी पावर (400 करोड़ रुपये) और साई इंफो सिस्टम (376 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
क्या अरुंधति को इसीलिए दिया गया एक्सटेंशन ?
डीएनए अखबार के मुताबिक जब उसने इस मसले पर एसबीआई और कर्ज छूट का लाभ पाने वाली शीर्ष पांच कंपनियों से संपर्क की कोशिश की तो उसे कोई जवाब नहीं मिला। इन सभी कंपनियों को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया जा चुका है। किंगफिशर एयरलाइंस पर 17 बैंकों का कुल 6993 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें 1201 करोड़ रुपये एसबीआई के हैं। मालूम हो कि अरुंधति भट्टाचार्य को अक्टूबर 2017 तक एसबीआई चीफ के तौर पर बनी रहेंगी। इसी साल उन्हें यह एक्सटेंसन मिला है।