नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के भोपाल में बरकतुल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति 98 रुपये की एक रोटी खुद खाते हैं और विश्वविद्यालय के स्टाफ और अतिथियों को भी खिलाते हैं। जब कभी आयोजन होता है तो इतने कीमत की रोटी ही मंगाते हैं। यह बात सामने आई है विश्वविद्यालय में भुगतान के लिए मंजूर हुए होशंगाबाद के रेस्टोरेंट के बिल से। जिसमें एक रोटी की कीमत 98 रुपये दर्शाई गई है। मामले का खुलासा होने पर गिरेबान बचाने के लिए रजिस्ट्रार एचएस त्रिपाठी ने जांच के आदेश दिए हैं। मगर, लाख टके का सवाल है कि जब कुलपति ही बिल को अप्रूव कर चुके हैं तो कुलसचिव की जांच का क्या हश्र होगा, यह सबको मालुम है।
50 रुपये में पूरी थाली देता है यह रेस्टोरेंट
होशंगाबाद के जिस रेस्टोरेंट के बिल को कुलपति प्रो. एमडी तिवारी ने अप्रूव किया है उस रेस्टोरेंट में 50 रुपये में ही पूरी थाली मिल जाती है। इससे भोजन बिल में खेल की बात साफ सामने आती है। सवाल उठता है कि क्या 50 रुपये थाली के भोजन की रोटी 98 रुपये हो सकती है। मामला उस समय खुला जब कुलपति के एक विरोधी गुट के कर्मचारी की नजर कैंपस में बीयू की शाखा के खाने के बिल पर पड़ी तो शिकायत शासन तक भेज दी।
हर मीटिंग-आयोजन के लंच में डकार रहे पैसा
इस खुलासे के बाद विश्वविद्यालय में आयोजनों में नाश्ते-लंच व डिनर के नाम पर बड़ी गोलमाल की बातें सामने आ रहीं हैं। कहा जा रहा है कि हर बार जब आयोजन होता है तो 50 रुपये की थाली के खाने को पांच सौ रुपये का दिखाकर बाबु से लेकर अफसर अपनी जेब में पैसा डाल रहे हैं। बता दें कि 1970 में खुला यह विवि पठन-पाठन में कम विवादों से ज्यादा सुर्खियां पाता है।