दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बुधवार को वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ एक बड़ा फैसले लिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अब लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे और न ही कोई मंत्री. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लालबत्ती छोड़ने वाले पहले मंत्री बने है.
1 मई से अधिकारियों, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और जजों को अपनी कारों पर लालबत्ती इस्तेमाल करने पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. केवल आपातकालीन वाहनों को नीली बत्ती इस्तेमाल की अनुमति होगी.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी खुद की कार से लालबत्ती हटाने के बाद ये जानकारी दी. इसका एक सांकेतिक महत्व भी है. 1 मई को मजदूर दिवस है. सो इस दिन मोदी सरकार यह संदेश देना चाहती है कि उसके मंत्री वीआईपी कल्चर से दूर रहेंगे.
गौरतलब हो कि पीएम मोदी सरकार में आने के बाद से ही लगातार इस लाल बत्ती कल्चर को खत्म करने या एक सीमा में लाने का प्रयास कर रहे हैं. इससे जुड़ी हुई एक रिपोर्ट भी पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पीएमओ को सौंपी थी. इसके बाद से ही लाल बत्ती को सीमित करने को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई थी.