लखनऊः मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने रामनवमी के मौके पर लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग आवास पर कन्या पूजन किया। इस दौरान उन्होंने नौ कुंआरी कन्याओं के चरण धोए तथा भैरव बाबा के प्रतीक एक बालक को विधि-विधान से भोजन कराया साथ ही दान देकर उनकी पारंपरिक विदाई की।
योगी आदित्यनाथ वर्ष की दोनों नवरात्रियों में कुंआरी कन्याओं का पूजन हर साल विधि-विधान से करते आए हैं। बता दें कि योगी आदित्यनाथ पिछले कई दशक से नवरात्रि का व्रत पूरी आस्था के साथ करते रहे हैं। इस दौरान योगी फलाहार का ही सेवन करते हैं। वहीं गोरखपुर स्थित गोरक्षनाथ पीठ में भी कन्यापूजन की परंपरा का विधि विधान से पालन किया गया। पहली बार योगी आदित्यनाथ की गैर मौजूदगी में यहां मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ ने कुंआरी कन्याओं का पूजन किया। नाथ संप्रदाय में सदियों से रामनवमी के अवसर पर कन्यापूजन की परंपरा चली हा रही है। गोरक्षपीठ में भी रामनवमी के दिन कन्यापूजन का विशेष महत्व रहा है। मंदिर के महंत कई पीढ़ी से इस परम्परा का निर्वहन कर रहे हैं। ऐसे में गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने भी गोरक्षपीठ में ना होने के बावजूद मुख्यमंत्री आवास में इस परंपरा की शुरुआत कर दी है।