लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्य नमस्कार और नमाज पढऩे की क्रिया को एक सा बताते हुए कहा हैं कि हम सूर्य नमस्कार करते हैं और मुस्लिम भाई नमाज पढ़ते हैं। सूर्य नमस्कार और नमाज की कई क्रियाएं मिलती-जुलती हैं, ऐसे में इसमें साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से अंतर करना ठीक नहीं है।
कल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित हुऐ उत्तर प्रदेश योग महोत्सव के अवसर पर यह तथ्य प्रदेश के मुख्य मंत्री योगों आदित्य नाथ ने लखनऊ में अपने पहले सार्वजनिक भाषण में उजागर किया।इस अवसर पर योग गुरु बाबा राम देव भी उपस्थित थे।
योगी आदित्य नाथ ने तह भी बताता कि मुख्यमंत्री बनाने की जानकारी उन्हें एक दिन पहले ही दी गयी थी। उन्होंने कहा कि लोग साधु को भीख तक नहीं देना चाहते लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझे उत्तर प्रदेश ही सौंप दिया। उन्होंने योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूमिका की भी जमकर सराहना की।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिम्मेदारियों से पलायन ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री से यह सीख मिली है कि सकारात्मक सोच से सभी चुनौतियों का समाधान मिल जाता है। वर्ष 2014 में जब उन्होंने देश की बागडोर संभाली तो देश में निराशा, अविश्वास और अराजकता का माहौल था। सिर्फ तीन वर्षों में उन्होंने देश को दुनिया की महाशक्ति के तौर पर स्थापित कर दिया। नोटबंदी का उनका फैसला दुनिया के सामने कौतूहल की तरह था। आज उसका उत्साहजनक परिणाम देकर सभी हतप्रभ हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने भी मठ-मंदिरों में भिक्षा मांगी है। सडक़ों पर आंदोलन किया है। एक हफ्ते में अभी कुछ छोटे-छोटे निर्णय लिए गए हैं, लेकिन आने वाले दिनों में हम बड़े निर्णय लेने से भी नहीं हिचकेंगे।
योगगुरु बाबा रामदेव ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में महज 7 दिनों में जो फैसले लिए हैं, वे इतिहास रचने वाले हैं। लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि अवैध बूचडख़ाने बंद कराए जा रहे हैं, इस पर क्या प्रतिक्रिया है? मैंने कहा जब वो अवैध हैं ही तो क्या कहना है। अवैध चलना अपराध था। बंद कराना तो कानून का पालन करना है। उन्होंने कहा कि यूपी में शराबबंदी भी होने वाली है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि शराब की आदत छुड़ाने के लिए कपालभाति का अभ्यास पहले से ही शुरू कर देना चाहिये।