नई दिल्लीः यूपी का विधानसभा चुनाव न केवल भाजपा के लिए बल्कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए भी प्रतिष्ठा का विषय बन चुका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने इस समय यूपी में डेरा डालकर चुनावी तैयारियों पर पूरा फोकस कर रखा है। विरोधी दलों के क्षत्रपों को तोड़कर पार्टी में लाने का काम हो या फिर अपने दल के छोटे से लेकर बड़े नेताओं को कड़े टॉस्क सौंपने के साथ उनमें टीम भावना के विकास की कोशिश। हर जगह शाह चाणक्य नीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। अमित शाह से यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ कठिन सवाल पूछ गए तो जानिए, उन्होंने क्या दिए जवाब
सवाल 1- कांग्रेस ने शीला दीक्षित को सीएम उम्मीदवार बनाकर ब्राह्मण चेहरा पेश किया है। बीजेपी के पास मजबूत ब्राह्मण चेहरा नहीं है। क्या कांग्रेस आपके वोटबैंक में सेंध लगा पाएगी
जवाबः हमने बीजेपी में कभी जाति आधारित राजनीति के बारे में नहीं सोचा है। हालांकि मुझे लगता है कि यूपी में कांग्रेस की वापसी की संभावनाएं नहीं हैं।
सवाल 2-आप कहते हैं कि समाज का सभी तबका आपके साथ है, लेकिन हाल में दलितों ने गुजरात में प्रदर्शन किया। क्या यूपी में बीजेपी पर इसका असर पडे़गा।
जवाब-नरेंद्र मोदी सरकार ने दलितों के लिए जितना किया है, उतना किसी अन्य सरकार ने नहीं किया है। बीजेपी के शासन में ही अंबेडकर जी को भारत रत्न मिला।
सवाल 3-आप ऊना और गुजरात के अन्य हिस्सों में दलितों के विरोध प्रदर्शन को क्या कहेंगे
जवाब-यह शत-प्रतिशत राजनीति से प्रेरित है।
सवाल 4- तो दलित आंदोलन के पीछे कौन सी पार्टी है...
जवाबःजो भी पार्टी हो, हमे पता है कि हमने दलितों के लिए काम किया है और दलितों को भी यह पता है। लिहाजा, हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदी सफल नहीं होंगे।
सवाल5-यूपी में बीजेपी का मुख्य मुद्दा क्या होगा
जवाब-विकास। यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और विकास के नजरिए से काफी पिछड़ा हुआ है। इस बार यूपी के लिए ऐसी सरकार पाने का मौका है, जो विकास पर फोकस करेगी।
सवाल6 -यूपी में फिलहाल बीजेपी की स्थिति को आप कैसे देखते हैं, ब्रजेश पाठक, स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी में शामिल कर आपने कुछ हद तक बसपा को कमजोर किया है..
जवाब-हम बड़े मार्जिन के साथ राज्य में सरकार बनाएंगे। बीजेपी ने बीएसपी को कमजोर नहीं किया। बीएसपी आंतरिक कलह के कारण खुद कमजोर हुई। बीएसपी का कमजोर होना हमारी ताकत नहीं है।
सवाल 7-यूपी में आप कैसे बड़े मार्जिन से जीतेंगे, क्या आपको लगता है कि पार्टी के पक्ष में सवर्ण जातियों की गोलबंदी है
जवाब-कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह के बाद यूपी में कोई ऐसी सरकार नहीं रही, जिसने विकास पर फोकस किया है। पिछले 15 साल से प्रदेश में सपा और बसपा का शासन है और जनता दोनों पार्टियों से थक चुकी है। साथ ही, नरेंद्र मोदी सरकार का काम हमारी लोकप्रियता की मुख्य वजह है। यूपी में सभी जातियों के लोग हमारे पक्ष में गोलबंद हैं। जनता ने परिवर्तन का मन बनाया है और जब वोट गिने जाएंगे, तब आप इस बात को याद रखिएगा। मैं यूपी के वोटरों से एक मौका देने का अनुरोध करूंगा।
सवाल 8-आपको लगता है कि यूपी में अब भी मोदी लहर है
जवाब-मोदी लहर पूरे देश में है। मोदी सरकार की तरफ से किए जा रहे अच्छे कामों को देशभर में महसूस किया जा रहा है और यूपी भी इस देश का हिस्सा है।
सवाल 9-राष्ट्रीय राजनीति के लिहाज से बीजेपी के लिए यूपी चुनाव कितना अहम है
जवाब-बीजेपी को ध्यान में रखकर सवाल मत पूछिए। यूपी में इतनी संभावना है कि वह खुद से देश में डबल डिजिट ग्रोथ रेट सुनिश्चित कर सकता है। यूपी देश का सबसे ज्यादा संभावनाओं वाला राज्य है। यहां के लोग मेहनती हैं, लेकिन अव्यवस्था के कारण विकास नहीं हुआ।
सवाल 10-आपका मुकाबला किससे है, आपके हिसाब से पार्टी कितनी सीटें जीतेगी
जवाब-हमारी लड़ाई समावजादी पार्टी से है, मगर मेरी बात को मीडिया हमेशा थोड़ा लेट ही गंभीरता से लेता है।(मुस्कुराते हुए)। जब तक सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों का एलान नहीं कर देतीं तब तक मैं निश्चित आंकड़ा नहीं बता पाऊंगा। हालांकि, हमें भारी बहुमत मिलेगा।
-साभार द इकनॉमिक्स टाइम्स।26 अगस्त के संस्करण में पेज दो पर प्रकाश इंटरव्यू के अंश।